रायपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में ग्रीन नेचर वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों को शनिवार को एक दुर्लभ प्रजाति की छिपकली मिली है। इस प्रजाति को ‘सतपुड़ा लियो पर्ड गेको’ बताया जा रहा है। यह छिपकली जशपुर शहर के नजदीक ही इचकेला गांव की एक दुकान में छिपी मिली।
ग्रीन नेचर वेलफेयर सोसायटी के जीव विशेषज्ञ केसर हुसैन ने फोन पर बताया, “इस दुर्लभ प्रजाति की छिपकली छत्तीसगढ़ में संभवत: पहली बार मिली है।
इससे पहले रायपुर के नोवा वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने इस तरह की छिपकली भोरमदेव (कवर्धा जिले) के आसपास देखे जाने की बात कही है। इस प्रजाति की छिपकली विषहीन होती है। लेकिन नजदीक जाने पर कुछ अजीब सी डरावनी आवाज निकालती है।”
उन्होंने कहा कि इस छिपकली की आवाज उतनी तेज तो नहीं होती, लेकिन सुनसान इलाके में काफी डरावनी जरूर लगती है और इसके नजदीक जाने पर यह जोर से आवाज निकालती है।
गौरतलब है कि ग्रीन नेचर वेलफेयर सोसायटी ‘नागलोक’ नाम से विख्यात जशपुर में सांपों की कई प्रजातियों को खोज चुकी है। जशपुर में इसी वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों से मिलने पिछले वर्ष जर्मनी से सर्प विशेषज्ञ आए थे, जिन्होंने इनके कार्यो की तारीफ की थी।