रियाद। सऊदी अरब ने शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल-सऊद द्वारा भ्रष्टाचार-रोधी समिति के गठन के बाद प्रसिद्ध अरबपति निवेशक अल-वालिद बिन तलाल सहित 11 शहजादों की गिरफ्तारी की घोषणा की है। यह घोषणा सऊदी के टेलीविजन नेटवर्क ‘अल अरबिया’ ने शनिवार को की।
‘सीएनएन’ के अनुसार इनके अलावा तीन मंत्रियों को भी उनके पदों से हटा दिया गया है, जिसमें आर्थिक और योजना मंत्री अदेल बिन मोहम्मद फकीह, रक्षा मंत्री मितेब बिन अब्दुल्ला बिन अब्दुलअजीज और नौसेना बलों के कमांडर एडमिरल अब्दुल्ला बिन सुल्तान बिन मोहम्मद अल-सुल्तान शामिल हैं।
सऊदी के संचार मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार शाह सलमान ने एक सक्रिय सुधार एजेंडे के रूप में भ्रष्टाचार-रोधी नए अभियान का आदेश दिया है, जिसका उद्देश्य एक सतत समस्या से निपटना है, जो हाल के दशकों में देश के विकास के प्रयासों में बाधा बनी है।
‘सीएनएन’ के अनुसार क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की अध्यक्षता वाली समिति को भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वालों की जांच, गिरफ्तारी, यात्रा पर रोक लगाने और संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार है।
तीन भ्रष्ट मंत्रियों के स्थान पर खालिद बिन अब्दुलअजीज बिन मोहम्मद बिन अयाफ अल मुकरीन को रक्षा मंत्री, मोहम्मद बिन माजयाद अल-तुवायजरी को आर्थिक व योजना मंत्री और वाइस एडमिरल फहद बिन अब्दुल्लाह अल-गिफैली को नौसैन्य बलों का कमांडर बनाया गया है।
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रपट के अनुसार, भ्रष्टाचार-रोधी एजेंडे के तहत शनिवार को रियाद के शाही होटल के रूप में मशहूर कार्लटन होटल शनिवार को खाली कराया गया, क्योंकि ऐसी अफवाहें थीं कि इसे नजरबंद शाही घरानों के लोगों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।