जयपुर। प्रदेश के सभी जिलों में बेटी बचाओ प्रकोष्ठ का गठन किया जाएगा, इसकी पहल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ की है। स्वास्थय भवन में शुक्रवार को इस अभियान की ब्रेंड एम्बेसेडर दीया कुमारी की मौजूदगी में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मुकेश शर्मा की अध्यक्षता में इस नवगठित प्रकोष्ठ की प्रथम बैठक आयोजित की गई।
प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान के तहत सभी जिलों में बेटी बचाओ प्रकोष्ठ का गठन कर पीसीपीएनडीटी एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन करने के साथ ही कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम एवं स्वयंसेवी व अन्य संस्थाओं के साथ सक्रिय सहभागिता कर इस संबंध में व्यापक जनचेतना लाई जाएगी। विधायक दीया कुमारी ने बेटी बचाओ अभियान को जनआंदोलन बनाकर सभी संगठनों एवं सामाजिक संस्थाओं को इस अभियान से जोडने की आवश्यकता जताई है।
अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम एवं राज्य स्तरीय बेटी बचाओ प्रकोष्ठ के सदस्य सचिव नीरज के पवन नेे प्रकोष्ठ की प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में बेटी बचाओ प्रकोष्ठ का गठन कर आगामी तीन माह में विभिन्न विशिष्ट अवसरों पर जनसहभागिता से बेटी के महत्व बताने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में नुक्कड़ नाटकों सहित अन्य प्रचार-प्रसार गतिविधियों के साथ युवा पीढी को बेटी बचाओ अभियान से जोडेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 65 हजार आंगनबाडी केन्द्रों पर कार्यरत कार्यकर्ताओं एवं लगभग 50 हजार आशाओं के सहयोग से इस अभियान को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए किशोरी संगठनों एवं मातृ रक्षा दलों का सक्रिय सहयोग लिया जाएगा और हर उम्र के नागरिकों तक बेटी बचाओ का संदेश पहुंचाकर उनकी मानसिकता बदलने का प्रयास किया जाएगा। मेलों, पर्वों एवं अन्य आयोजनों के समय भी व्यापक प्रचार-प्रसार गतिविधियां आयोजित की जाएगी।
इंडियन मेडिकल एसोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस.एस.अग्रवाल ने इस अभियान में चिकित्सकों के सक्रिय सहयोग के लिए आश्वस्त किया। इंडियन रेलियोलॉजी एसोसिएशन सहित अन्य संगठनों ने भी इस अभियान में सहभागिता की इच्छा जाहिर की। बैठक में संयुक्त शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. एसपी सिंह, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा, निदेशक आर.सी.एच. डॉ. हरीओम नारायण शर्मा, पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ के प्रभारी परियोजना निदेशक एनएचएम किशनाराम ईशरवाल अतिरिक्त निदेशक सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
भ्रूण लिंग परिक्षण करवाने वालों पर भी होगी कार्रवाई
प्रमुख शासन सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के अनुसार भू्रण व लिंग परीक्षण करने वाले के साथ ही भू्रण लिंग परीक्षण करवाने वालों के विरूद्ध भी नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि भू्रण लिंग परीक्षण के बारे में टोल फ्री नम्बर 104 पर सूचना व शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। मुखबिर योजना के तहत भ्रूण लिंग परीक्षण की जानकारी देने वालों को नकद पुरस्कार देने का प्रावधान है एवं कोई भी आम नागरिक यह जानकारी दे सकता है।
मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन नवीन जैन ने बताया कि टोल फ्री नम्बर 104 पर प्राप्त सुझावों एवं शिकायतों पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि फार्म एफ के साथ ही भ्रूण लिंग परीक्षण इच्छा जाहिर करने वालों के बारे में अलर्ट जारी करने का कार्य आगामी एक माह में पूर्ण कर लिया जाएगा।
जैन ने बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य व जिला स्तरीय निरीक्षण दलों द्वारा नियमित रूप से सोनोग्राफी केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के आधार पर संबंधित संस्थाओं के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।