नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी कर्ज दर में 0.90 फीसदी की कटौती की है। बैंक ने एमसीएलआर को 8.65 फीसदी से घटाकर 7.75 फीसदी कर दिया है।
जानकारों के मुताबिक इससे होम लोन, ऑटो लोन सहित सभी ऋण सस्ते हो जाएंगे। नई दरें एक जनवरी, 2017 से ही लागू कर दी गई हैं।
एसबीआई ने एमसीएलआर में 90 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए इसे 8.65 फीसदी से 7.75 फीसदी कर दिया। उधार दरों में कटौती 3 माह, 6 माह, 2 साल और 3 साल के अंतराल में अलग-अलग दरों पर की गईं हैं।
जानकार एसबीआई के इस कदम को नोटबंदी के बाद बैंकों में आई तरलता को भी एक बड़ा कारण मान रहे हैं। नोटबंदी के दौरान तकरीबन 15 लाख करोड़ रुपये देश की बैंकों में आए हैं।
एसबीआई के इस कदम से घरेलू बाजार में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। सस्ता लोन होने से बाजार में तेजी आने की गणनाएं की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए साल के पहले और नोटबंदी के पूरे होने पर दिए भाषण में बैंकों से गरीबों, गांववासियों और शहरी मध्यम वर्ग के लिए प्रयास करने को कहा था। उसके बाद एसबीआई ने ये कदम उठाया है। एसबीआई देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक है।