नई दिल्ली/मुंबई। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उसके 5 सहयोगी बैंक का विलय अप्रेल, 2017 से शुरु हो रहे अगले वित्त वर्ष में हो सकता है।
इस विलय के बाद एसबीआई की करीब 24 हजार शाखाएं हो जाएंगी, जिसमें 2 लाख 71 हजार बैंककर्मी हो जाएंगे। ये जानकारी एसबीआई की सीएमडी अरुंधति भट्टाचार्य ने दी।
गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसबीआई प्रमुख ने बताया कि एसबीआई में उसके पांच सहयोगी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर का विलय होगा।
बुधवार, 15 फरवरी को कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी है। ये विलय अप्रैल, 2017 से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष में ही हो पाएगा, क्योंकि विलय के लिए सभी को अपने-अपने सालाना वित्तीय खातों की क्लोजिंग करनी होगी।
जिसके बाद एसबीआई और उसके सहयोगी इन पांच बैंक की वित्तीय स्थिति सामने होगी। इस विलय के बाद एसबीआई की 23899 शाखाएं हो जाएगी, जिनमें 2 लाख 71 हजार बैंककर्मी हो जाएंगे।