नई दिल्ली। पडोसी राज्य हरियाणा में जाट आरक्षण के चलते दिल्ली में उपजे जल संकट पर केजरीवाल सरकार राहत की उम्मीद लेकर सुप्रीम कोर्ट गई थी, लेकिन इस मुद्दे पर सुप्रीमकोर्ट ने दिल्ली सरकार को लताड़ दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने को कहा कि आप अपने दफ्तर में बैठे रहते हैं, जबकि आपको हरियाणा सरकार से बात करके इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए था। कोर्ट ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार हर मुद्दे पर अदालत पहुंच जाती है।
मालूम हो कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने मुनक नहर से पानी की सप्लाई को लेकर दाखिल दिल्ली सरकार की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया था। लेकिन दिल्ली सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से काफी गुजारिश की और कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। इसके बाद कोर्ट ने हरियाणा और केंद्र सरकार से 2 दिन में जवाब मांगा। अब इस मामले में 24 फरवरी को अगली सुनवाई होगी।
मुनक नहर पर सेना तैनात,दिल्ली के लिए पानी छोड़ा गया
हरियाणा में जाट आंदोलन के कारण राजधानी दिल्ली में पैदा हुए जल संकट से राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। थल सेना के जवानों ने सोमवार को त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) के साथ मिलकर मुनक नहर पर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया और नहर का अपने कब्जे में ले लिया। सैन्य बलों की कार्रवाई के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेना और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया।
हरियाणा में मुनक नहर को अपने कब्जे में लेने के बाद सैन्य बलों की निगरानी में नहर की मरम्मत का काम शुरू हो गया साथ ही दिल्ली के लिए पानी छोड़ दिया गया। माना जा रहा है कि मंगलवार सुबह तक दिल्ली के लोगों को मौजूदा जल संकट से राहत मिल जाएगी।
इससे पहले सोमवार सुबह मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर जल संकट को लेकर केंद्र सरकार से भी गुहार लगाई थी। दिल्ली सरकार के मंत्री और जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने भी सोमवार सुबह ट्वीट कर बताया कि मुनक नहर आज भी बंद है। उन्होंने अपने अधिकारियों से बात करके जरूरत के मुताबिक आम जनता को जल मुहैया कराने के लिए पानी के टैंकर तैयार करने के निर्देश दिए हैं।