मुम्बई/नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 102वें विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए कहा कि गरीबी दूर करने में विज्ञान का अहम भूमिका है, इससेे गरीबी और बेरोजगारी दूर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों के काम से वे प्रभावित हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विज्ञान की कोई सीमा नहीं होती। देश के विकास में विज्ञान का अहम रोल है, विज्ञान दुनिया को और करीब लाता है। विज्ञान से आधुनिक भारत का सपना पूरा होगा। मोदी ने कहा कि चुनौतियों का सामना करने में विज्ञान हमारी मदद करेगा और हमारे सपनों को पूरा करेगा, पीएम ने कहा कि हमारा विकास सीधे विज्ञान से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारी उपलब्धियों पर हमें गर्व है लेकिन अभी कई चुनौतियों का सामना करना बाकी है, इन चुनौतियों से निपटने में विज्ञान हमारी मदद करेगा।
इससे पहले मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति राजन वेलुकर ने कहा कि सब मिलकर मुंबई को साइंस सिटी की पहचान देंगे, विज्ञान तथा संबंधित क्षेत्रों में इसका उल्लेखनीय योगदान रहा है। मुंबई विश्वविद्यालय के कलीना कैंपस में भारतीय विज्ञान कांग्रेस समारोह 3 से 7 जनवरी तक 4 दिनों तक चलेगा, इसमें 12 हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। मुंबई में 45 सालों के बाद विज्ञान कांग्रेस का आयोजन हो रहा है। गौरतलब है कि इस साल भारतीय विज्ञान कांग्रेस के आयोजन का विषय मानव विकास के लिए विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी रखा गया है।
किया उदघाटन
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में 102वीं साइंस कांग्रेस का उद्घाटन किया। इस बार साइंस कांग्रेस का थीम श्मानव विकास के लिए विज्ञान और तकनीकीश् है। मुंबई विश्वविद्यालय में हो रही इस साइंस कांग्रेस का मुख्य आकर्षण श्प्राइड ऑफ इंडियाश् प्रदर्शनी है, जिसमें भारत में विकसित अहम तकनीकी, उत्पाद और सेवाओं को दिखाया जा रहा है। 45 साल बाद मुंबई यूनिवर्सिटी को इस प्रतिष्ठित इंडियन साइंस कांग्रेस की मेजबानी करने का मौका मिला है। साइंस कांग्रेस में करीब 12 हजार प्रतिनिधियों के अलावा कुछ नोबेल पुरस्कार विजेता भी हिस्सा लेंगे।