लंदन। वैज्ञानिकों को पहली बार किसी धूमकेतु के पर्यावरण में प्रचुर ऑक्सीजन का पता चला है जिससे अपनी सौर तंत्र के उद्भव के बारे में हमारी समझ बदल सकती है।
यह धूमकेतु अगस्त में सूर्य के समीप से गुजरा था। इस खोज से पता चला है कि धूमकेतु 67पी. चुरयुमोव- गेरोसिमेंको के निर्माण के समय में उसमें ऑक्सीजन अणुओं को भी जगह मिली।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ईएसए का अंतरिक्षयान रोसेटा पिछले एक साल से इस धूमकेतु का अध्ययन में जुटा है और उसे वहां उसकेे केंद्र से उठती हुई कई गैसों की प्रचुर मात्रा का पता चला।
वाष्पकण, कार्बन मोनोक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड बहुत अधिक थी जबकि नाइट्रोजन, सल्फर और कार्बन से जुड़े अन्य यौगिक भी थे। नोबल गैसों गैसों के विशेष समूह का भी पता चला।
आयोन और न्यूट्रल एनालिसिस उपकरण रोसिना के रोसेटा ओरबिटर स्पेक्ट्रोमीटर से जुड़े प्रधान वैज्ञानिक बर्न विश्वविद्यालय के कैथरीन एलटवेग ने कहा कि हमें वाकई इस धूमकेतु पर ऑक्सीजन का पता चलने की उम्मीद नहीं थी और वो भी इतनी बड़ी मात्रा में क्योंकि यह रासायनिक रूप से बहुत सक्रिय गैस है , ऐसे में यह खोज बिल्कुल एक चौंकाने वाली बात है।