सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही उपखण्ड अधिकारी कार्यालय अब ऐसा कार्यालय होगा जिसकी पत्रावली ही नहीं बल्कि उन पत्रावलियों में लगे हर कागज को एक पता मिल गया है। भविष्य में सिरोही उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में आने वाले एसडीएम यदि इसी व्यवस्था को यथावत रखते हैं तो आम आदमी को सरकारी कार्यालयों से कागज या फाइल गुमने के जवाब मिलने बंद हो जाएंगे।
आमतौर पर प्रदेश में नवाचारों की अपेक्षा आम नागरिक आईएएस अधिकारियों से ही करता है, लेकिन राजस्थान प्रशासनिक सेवा के सिरोही उपखण्ड अधिकारी ने इस मिथक को तोडते हुए उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में नवाचार किया। यहां सरकारी काम को करने का कोर्पोरेट कल्चर विकसित किया है। सिरोही जैसे पिछडे जिले में कलक्टर के बाद उपखण्ड अधिकारी के ऐसे प्रयास राजे सरकार मे 3 साल से अपनी अनसुनी से व्यथित जनता के लिए शायद अच्छे दिन की दस्तक है।
सिरोही उपखण्ड अधिकारी महेन्द्रसिंह और कार्यालय कर्मी इन्हीं प्रयासों के बाद इस उपखण्ड अधिकारी कार्यालय को पत्रावली के रखरखाव, पब्लिक ग्रीवेंस सिस्टम, वर्क सेग्रेगेशन (कार्य वियोजन), इनवर्ड-आउटवर्ड प्रोसेस को देखते हुए आईएसओ 9001:20015 प्रमाण-पत्र दिया गया है।
वैसे पूर्व जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन ने भी अपने विजन और कार्यक्षमता को प्रदर्शित करते हुए सिरोही कलक्टरी को आईएसओ प्रमाणित कलक्टर का तमगा दिलवाया था, लेकिन इनके बाद लगे जिला कलक्टर सिरोही कलक्टरी की कार्य की उच्च दक्षता को बरकरार नहीं रख सके।
-कार्य वियोजन के कारण टेबल से नहीं भटकना पडेगा
उपखण्ड अधिकारी ने अपने कार्यालय के प्रत्येक कार्मिक का कार्य वियोजन कर दिया है। कौन कार्मिक कौनसा सेक्शन देखेगा, किस सेक्शन के पास कौनसी पत्रावलियां होंगी, इन पत्रावलियों को कहां रखा गया हैं, किन पत्रावलियों के किस पेज पर क्या कंटेंट और नोट है इस तक की सूक्ष्म जानकारी को रखा गया है। जिससे सिरोही उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में आने वाले परिवादियों को टेबल से टेबल भटकने की समस्या नहीं रहे।
-ये तय होता है कि समस्या समाधान हुआ है
उपखण्ड अधिकारी ने सबगुरु न्यूज को बताया कि कार्यालय के ग्रीवेंस रिडे्रसल सिस्टम को संतोषपूर्ण बनाया गया है। इसके लिए सुगम पोर्टल या कार्यालय में मिलने वाली समस्याओं और शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजकर एक सप्ताह में इसके निस्तारण का टारगेट बनाया है।
समस्या निस्तारण के बाद इसके फिजीकल वेरीफिकेशन की भी व्यवस्था की गई है ताकि यह पता चल सके कि उनके कार्यालय में आने वाले व्यक्ति की समस्या का वास्तव में समाधान हुआ हैं या नहीं।
-क्या है आईएसओ प्रमाणन
आईएसओ गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली का प्रमाण है। यह इस बात का विश्वास है कि संबंधित संस्थान सेवा की गुणवत्ता को बनाने के लिए कटिबद्ध है। किसी सरकारी कार्यालय के मुखिया के लिए गुणवत्ता पूर्ण सेवा देने के लिए कटिबद्ध होना विशेषकर भारत जैसे देश के लिए बहुत बडी बात है। इसके लिए निम्न परिक्षण किया जाता है। इसके लिए निम्न परिक्षण और सुधारात्मक उपाय किया जाता है।
- कार्यप्रणालियों का एक सेट जिसमें व्यवसाय की सभी प्रमुख प्रक्रियाएं समाविष्ट हो;
- यह सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रियाओं पर निगरानी रखना कि वे प्रभावी हैं;
- पर्याप्त रिकॉर्ड
- जहां आवश्यक हो, उपयुक्त और सुधारात्मक कार्रवाई के साथ दोषों के लिए उत्पादन की जांच करना;
- प्रभावशीलता के लिए नियमित रूप से व्यक्तिगत प्रक्रियाओं और गुणवत्ता प्रणाली की समीक्षा करना; और
- निरंतर सुधार की सुविधा प्रदान करना