जयपुर। फोरम फॉर इंडिया-पैसेफिक आइलैंड कॉर्पोरेशन (फिपिक) का दूसरा समिट सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14 देशों के प्रतिनिधि शुक्रवार की सुबह एयरइंडिया के दो विमानों से जयपुर पहुंचे।
एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री वी.के. सिंह सहित अन्य कई नेताओं ने उनकी अगुवानी की। पावणों के आगमन पर स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर 20 मिनट राजस्थान लोकनृत्यों का भी आयोजन राजस्थान संस्कृति की छठा बिखेरी।
सभी पावणों को एयरपोर्ट पर ही नाश्ता करवाकर उन्हे आमेर किले पर भ्रमण के लिए रवाना किया। करीब एक घंटे आमेर भ्रमण के बाद लंच के लिए उन्हे आमेर से राजपूताना शैरेटन होटल लाया जाएगा।
लंच के बाद दोपहर दो बजे वे रामबाग पैलेस होटल पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर 2 बजे जयपुर एयरपोर्ट पहुंचकर सीधे रामबाग पैलेस पहुंचेंगे जहां वे समिट समारोह का उदघाटन करेंगे। इसके बाद वे देर शाम सभी प्रतिनिधियों को सम्बोधित करेंगे।
होगी कई मुद्दों पर चर्चा
प्रशांत द्वीपीय देशों के सभी प्रतिनिधि 22 अगस्त को दोपहर दिल्ली लौट जाएंगे। शिखर बैठक में भारत द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा,विशेष रूप से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अपने अनुभव एवं विशेषज्ञता को साझा करने का प्रस्ताव किया जायेगा जो द्वीपीय देशों के स्थाई विकास के लिए विशेष महत्व रखता है।
शिखर बैठक के मुख्य उद्देश्यों में से एक इन देशों के साथ भारत के व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देना है। इनमें विशेष रूप से इन क्षेत्रों में मछली पालन,खनन,तेल एवं प्राकृतिक गैस,सूचना प्रौद्योगिकी,स्वास्थ्य,समुद्री संसाधन,कृषि,नारियल,क्वायर आदि शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त इन क्षेत्रों में अन्य आर्थिक क्षेत्रों में भारत द्वारा हासिल की गई प्रौद्योगिकीय विशेषज्ञता एवं उन्नति को भी साझा करना हैं और सुरक्षित समावेशी विकास एवं संपोषणीय विकास की उनकी यात्रा में उनका भरोसेमंद मित्र एवं साझेदार बनना है।
सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इन 14 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों को देखते हुए जयपुर एयरपोर्ट से लेकर होटल रामबाग पैलेस तथा आमेर तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजात किए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के सिपाहियों के साथ ही आलाधिकारी भी मौजूद है।
इन देशों के आए प्रतिनिधि
पलाऊ, टुवालू, नौरू, पपुआ न्यूगिनी, सोलोमन द्वीप समूह, माइक्रोनीशिया, मार्शल आइलैंड्स, किरिबाती, समोआ, कुक आइलैंड्स, नीयू, टोंगा, फिजी और वानुआतु।