नई दिल्ली। संसद पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के विरोध में जेएनयू में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद विवाद बढ गया है। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अरेस्ट कर लिया साथ ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो अली जावेद को भी पूछताछ के लिए तलब किया है।
बीते दिनों यूनिवर्सिटी कैंपस में अफ़जल गुरु की बरसी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था। आरोप है कि इस कार्यक्रम में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। इसके बाद पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद महेश गिरी की शिकायत पर पुलिस ने कई लोगों के ख़िलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया था।
उधर,वहीं जेएनयू में कार्यक्रम आयोजित करने वालों का कहना है कि उन्हें संविधान के तहत मिले अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार के तहत अपनी बात कहने का हक़ है।
जेएनयू परिसर में हुए घटनाक्रम को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार देश में किसी भी प्रकार की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
सिंह ने बताया कि यदि कोई भी भारत-विरोधी नारे लगाता है, देश की एकता और अखंडता पर सवाल उठाने की कोशिश करता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह हाल ही में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में भारत-विरोधी गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त रहे लोगों के खिलाफ ‘कड़े से कड़ा कदम’ उठाए।
मालूम हो कि जेएनयू में मंगलवार को कुछ छात्रों ने संसद पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु की बरसी मनाई और इस मौके पर देश विरोधी नारे भी लगाए गए थे। दरअसल छात्रों के एक समूह ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में प्रोग्राम आयोजित किया था।