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देखना है कुछ नया और आश्चर्यजनक ! तो इन जगहों पर जाना न भूले - Sabguru News
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देखना है कुछ नया और आश्चर्यजनक ! तो इन जगहों पर जाना न भूले

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देखना है  कुछ नया और आश्चर्यजनक ! तो इन जगहों पर जाना न भूले
Seeing something new and amazing! So do not forget to go to these places
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आज हम आपको बताने जा रहे है उन जगहों के बारे में जो किसी आश्चर्य से कम नहीं है। जी हाँ , अगर आपका मन कुछ नया और आश्चर्यजनक देखने को कर रहा है तो इन जगहों पर जाना न भूले। हम बात कर रहे है छत्तीसगढ़ की कुछ ऐसी जगहों के बारे में जो किसी आश्चर्य से कम नहीं है जिसमें बहुत रहस्य बने हुए है। कि यहां की जमीन पर उछलने का अहसास, तरह-तरह की मधुर आवाजें निकलना आदि यहाँ आपको देखने को मिलेंगे।

देवबलोड़ : चरोड़ा में स्थित देवबलोड़ एक छोटा सा कस्बा है। यह जगह एक प्रचीन शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर के पास स्थित एक जलाशय से एक रोचक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि इस जलाशय का भूमिगत संबंध छत्तीसगढ़ के एक अन्य शहर अरोंग से है।

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मैनपाट की स्पंजी जमीन  : मैनपाट की स्पंजी जमीन आश्चर्यजनक है। मैनपाट को छत्तीसगढ़ का तिब्बत कहा जाता है।  इस स्पंजी जमीन पर उछलने से आसपास की जमीन पर कंपन का अनुभव होता है।

कुटुमसर अंधेरी गुफा : छत्तीसगढ़ की कुटुमसर गुफा अंधेरी है। यह अंधी मछलियों के लिए मशहूर है। गुफा के भीतर झींगुर, मकड़ी, चमगादड़, सांप जैसे जीव जंतु हैं, लेकिन अंधी मछलियां रहस्यमयी हैं।

टिनटिनी म्यूजिकल पत्थर : टिनटिनी पत्थर से घंटियों की सी आवाज आती है। इस पर पत्थर को मारो तो म्यूजिकल आवाजें आती हैं। सुरीली मैटलिक ध्वनि के कारण इसका नाम टिनटिनी पत्थर पड़ा है।

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पानी में उबल जाते हैं आलू-अंडे : अम्बिकापुर से रामानुजगंज जाने वाली सड़क के पास गर्म पानी के आठ- दस कुंड हैं। यहां पानी बहुत गर्म आता है । इस पानी में सल्फर यानी गंधक की मात्रा मिलती है जिससे त्वचा रोग ठीक होते हैं।

फरसाबहार  : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर क्षेत्र में बसे फरसाबहार गांव का नाम ही है नागलोक। तपकरा, पत्थलगांव, बगीचा, कासांबेल में कॉमन, ब्लैक और बेंडेड करैत, कोबरा तथा ग्रीन पिट वाइपर समेत 40 प्रकार के सांप पाए जाते हैं।  यहां स्नेक पार्क बनाने की भी प्लानिंग है, जिसमें एंटी वेनम के लिए सांपों का जहर भी निकाला जाएगा।

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