जोधपुर। सेन्ट्रल जेल में बंद और नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के मुकदमे का सामना कर रहे आसाराम ने पुलिस पर निर्दयता का आरोप लगाया है। आसाराम ने शनिवार को आरोप लगाया कि पुलिस का चालक जानबूझकर उनको वाहन में कोर्ट लाते-ले जाते समय रफ ड्राइविंग करता है जिससे उनकी तबीयत खराब हो जाती है।
आसाराम ने कहा कि पुलिस अगर उनसे कुछ रुपए चाहती है तो उनके भक्त दे देंगे। आसाराम ने चेतावनी दी कि वे अपने भक्तों को आंदोलन के लिए कह देंगे। आसाराम को जब सेन्ट्रल जेल से कोर्ट लाया गया तो पुलिस के वज्र वाहन से उतरते ही वे शिकायत करने लगे।
आसाराम ने पुलिस से कहा कि चालक आते-जाते इतनी तेज गाड़ी चलाता है कि कल उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। चालक ऐसा क्यों करता है उनके साथ। अगर कुछ रुपए चाहिए तो वे अपने अनुयायियों को कह देंगे, देने के लिए।
आसाराम ने कहा कि उनकी कमर में दर्द रहता है। इलाज से कुछ आराम होता है तो पुलिस का चालक 120 की स्पीड से गाड़ी भगाता है जिससे वापस दिक्कत हो जाती है। यह पूछे जाने पर कि क्या पहले भी पुलिस को कुछ लिया-दिया है क्या?
आसाराम ने कहा कि वे अभी इस बारे में कुछ कहना नहीं चाहते। उनको अभी कुछ दिन रहना है। वे बाहर आकर इस बारे में बोलेंगे। आसाराम ने कहा कि टॉर्चर करके तो ऐसा किया जा सकता है। साथ ही कहा कि उन पर अत्याचार हो रहा है। वे अपने लोगों से कह देंगे कि आंदोलन करना चाहो तो करो, लेकिन वे ऐसा नहीं कहना चाहते। उनके भक्त दुखी होंगे।
सेशन कोर्ट डिस्ट्रिक्ट में आसाराम के खिलाफ मामले की सुनवाई शनिवार को बचाव पक्ष के आग्रह के कारण टाल दी गई। बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि उनकी एक याचिका हाईकोर्ट में लंबित है जिस पर फैसला आने तक आगे सुनवाई नहीं की जाए। मामले की अगली सुनवाई पांच मई को होगी।