मथुरा। जवाहर बाग प्रकरण समाप्त हो जाने के बाद प्रसाशन द्वारा रविवार को जवाहरबाग में पत्रकारों के जाने की अनुमति मिलने के बाद कई चौंकाने वाले राजफाश हो रहे हैं।
जवाहर बाग के मास्टर माइंड रामवृक्ष यादव के भीतर बने ठिकाने को देख कर ऐसा नहीं लगता कि ये लोग धरना देने आए थे। हालात बता रहे हैं कि ये लोग जमीन पर कब्जा कर अपनी बनाने के लिए आए थे।
इन लोगों द्वारा सरकारी विभाग के अधिकारी को भी बाग से भगाकर अपनी आरामगाह की जगह बना ली थी और पूरी आराम की जिंदगी बसर कर रहे थे।
जवाहर बाग के मास्टर माइंड रामवृक्ष यादव ने जवाहर बाग में अपनी आरामगाह के सभी साधन जुटाए थे वही पूरी मौज मस्ती की जिंदगी जी रहा था।
रविवार को पत्रकारों ने जवाहरबाग में प्रवेश पाते ही रामवृक्ष यादव की आराम की जगहों को देखा और भौच्चका रह गए। बाग में उद्यान अधिकारी के आवास को रामवृक्ष यादव ने अपने आराम के लिए चुना था। इस आवास में एक एसी भी लगाया हुआ था।
इस आवास के एक कमरे में एक बेड और अच्छी कंपनी के गद्दे भी मिले हैं वही इसी आवास में एक एक ड्रेसिंग टेबिल भी मिला जिसमे ब्रांडेड कम्पनियों के डयू तेल इत्यादि भी पडे थे।
आवास में कई तरह के अचार के डिब्बे मिले। आवास में एक रसोई घर भी बनाया हुआ था जिसमे माइक्रोओवन सहित कई उपकरण भी मौजूद थे। बाग में छोटी बडी कई दुकानें भी मिली है जिसमें राजमर्रा की चीजे उपलब्ध हैं।
इससे प्रतीत होता है कि जवाहरबाग में एक शॉपिंग काम्प्लेक्स भी चल रहा था। एक स्वीमिंग पूल भी जबाहरबाग में मिला जो चारो तरफ से ईट से बना हुआ है और उसके ऊपर तिरपाल बिछा हुआ है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि वह पूल भी रामवृक्ष यादव के लिए ही बनाया गया था। पास में जिम करने की कई मशीने भी मिली। प्रतीत होता है कि रामवृक्ष यादव अपने शरीर की ताकत बढाने के लिए जिम का प्रयोग भी करता था।
200 से ज्यादा छोटे एवं बडे रसोई गैस के सिलेडर भी मिले हैं जिससे प्रतीत होता है कि उसकी अपनी गैस एजेन्सी जवाहरबाग के अंदर चलती थी। बताया जा रहा है कि यहां 4000 लोगों का खाना बनाया जाता था।
रसोई के पास दो ट्रेक्टर से चलने वाली चक्किया भी मिली हैं, उसके पास काफी मात्रा में बिखरा हुआ गेंहु और चावल भी मिला है। जवाहरबाग से लक्जरी गाडियों का शोरूम भी बरामद हुआ जिसमे एक से एक अच्छी कम्पनियो की गाडी भी मिली है।
वही एक चलता फिरता ट्रेनिग सेंटर भी बाग के अदंर पुलिसकर्मियों को मिला है जिसमें बच्चों को प्रसाशन के खिलाफ भडकाने की ट्रेनिंग भी दी जाती थी। रामवृक्ष यादव द्वारा बसाए गए इस पूरे शहर को देख सभी लोग भौच्चके रह गए।