इलाहाबाद। आगामी शनिवार को हनुमान जयन्ती का विशेष महत्व हो गया है। प्रमुख संत-महात्माओं का कहना है कि हनुमान जयन्ती पर हनुमानजी की विधि विधान से पूजा करने पर अनन्त फल की प्राप्ति होती है।
इस शनिवार को नरक चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी, चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्दशी, काली चतुर्दशी भी पड़ रही है जिससे महत्व बढ़ गया है।
बड़े हनुमान मंदिर के प्रमुख और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी महाराज का कहना है कि 29 अक्टूबर को हनुमान जयन्ती विशेष मुहुर्त में पड़ रही है।
सुबह चार बजे विधि-विधान से हनुमानजी का पूजन-अर्चन और आरती होगी, उसके बाद भक्तों के लिए द्वार खोला जायेगा और अपराह्न दो बजे मंदिर बंद होगा। सायं पांच बजे साफ-सफाई के बाद पुनः खोला जायेगा।
इसी क्रम में सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन में भी भव्य श्रृंगार और पूजन के बाद हनुमानजी के मंदिर को दर्शन के लिए खोला जाएगा। सिविल लाइंस स्थित नवग्रह मंदिर में हनुमानजी का विधि-विधान से पूजन और आरती होगी।
मंदिर के पीठाधीश्वर तुलसी गिरी महाराज ने बताया कि हनुमान जयंती पर परिवार सहित सुबह से शाम तक दर्शन करने पर अनन्त फल की प्राप्ति होगी। उन्होंने बताया कि इस बार हनुमान जयंती पर कई योग एक साथ पड़ रहे हैं।
इसी प्रकार झूंसी स्थित क्रियायोग आश्रम एवं अनुसंधान संस्थान की महासचिव डा.राधा सत्यम् ज्ञानमाता ने बताया कि हनुमान जयंती क्रियायोग विधि से मनाई जाएगी।
इसमें देश-विदेश के बड़ी संख्या में साधक विशेष क्रियायोग की कक्षा में शामिल होंगे। कहा कि उस दौरान इसके महत्व की जानकारी भक्तों को दी जाएगी।