भोपाल। एक अप्रैल आम नागरिकों को लिए कई मायनों में बदलाव का दिन है। दरअसल, बुधवार से केंद्र तथा राज्य सरकारों के बजट प्रावधान लागू हो गए हैं। इससे आम लोगों की जिंदगी में कई बदलाव आ जाएंगे। कुछ बदलाव तो राहत देने वाले होंगे, लेकिन अधिकांश प्रावधान नागरिकों की जेब पर अतिरिक्त भार बढ़ाने वाले साबित होने लगे हैं।
मसलन, रेल से यात्रा करने वालों को अब 120 दिन पहले बुकिंग की सुविधा मिल गई है, जबकि दूसरी और देशभर में प्लेटफॉर्म टिकट 5 रुपए की जगह 10 रुपए का मिलने लगा है। इससे आम आदमी की जेब कटनी शुरू हो गई है। लोगों को फ्लेटफॉर्म टिकट खरीदी पर सीधे दुगने पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। साथ ही एक बार में एक टिकट ही बुकिंग कराने का प्रावधान लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
वहीं, रसोई गैस सस्ती होने की संभावना है, लेकिन गैस कनेक्शन को अगर आधार से लिंक नहीं कराया है, तो यह जेब पर भारी पड़ेगी, क्योंकि ऐसे उपभोक्ता, जिन्होंने अपना कनेक्शन बैंक खाते से लिंक नहीं कराया है, वे सब्सिडी से वंचित हो जाएंगे। कहा तो यहां तक जा रहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में सरकार की मंशा गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी समाप्त करने की है, लेकिन फिलहाल ऐसा संकेत नहीं है, इसलिए लोगों को बैंक खाते में सब्सिडी मिलती रहेगी।
इधर, इनकम टैक्स की सीमा में इजाफा नहीं हुआ है। इसका असर भी आज से कई सेवाओं पर पड़ेगा। दरअसल, जिन लोगों का वेतन बढ़ा है, उन्हें अब ज्यााद टैक्स चुकाना पड़ेगा, वहीं सर्विस टैक्स में आम बजट में घोषित सेवाकर के कुछ प्रस्तावों के प्रभावी होने से विभिन्न माध्यमों से निवेश करना महंगा हो गया है। आम बजट में सर्विस टैक्स 12.36 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी किा गया है। इसका असर बिजनेस क्लास में हवाई सफर पर पड़ेगा। कई सेवाओं में इससे लोगों की जेब कटेगी और सेवाएं महंगी मिलेगी।
इसी प्रकार राज्य सरकार ने आम लोगों की रोजमर्रा की जरूरत की चीजों को महंगा कर दिया है, जबकि कुछ लोगों द्वारा उपयोग में की जाने वाली वस्तुएं सस्ती की हैं। इससे भी आम लोगों की जेब पर अतिरिक्त भार बढ़ जाएगा। यानी, बुधवार से बजट प्रावधान लागू हो जाने के कारण लोगों की जेब कटनी शुरू हो गई है। इससे लोगों की अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में बदलाव करने को बाध्य होना पड़ेगा।