लखनऊ। सपा मुखिया मुलायम सिंह द्वारा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच सुलह समझौता कराने के बावजूद पार्टी में जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष बने शिवपाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री की टीम के सात युवा नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया। इनमें तीन एमएलसी और चार यूथ विंग के अध्यक्ष हैं।
शिवपाल ने आज जिन सात नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है, वे सभी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद खास हैं। इनमें आनंद भदौरिया, सुनील साजन और संजय लाठर विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) हैं।
चार अन्य बर्खास्त नेताओं में यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव दुबे, यूथ ब्रिगेड के ही प्रदेश अध्यक्ष मो0 एबाद, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश यादव और छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह हैं।
आनंद भदौरिया और सुनील साजन को समाजवादी पार्टी से दूसरी बार बर्खास्त किया गया है। इससे पहले पिछले साल 25 दिसंबर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सुनील सिंह साजन और आनंद भदौरिया को पार्टी से बाहर किया गया था।
लेकिन, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जिद के कारण मुलायम ने इन्हें फिर 1 जनवरी 2016 को पार्टी में वापस लिया था और अखिलेश ने दोनों को एमएलसी बना दिया था।
प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने सभी को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पार्टी से बाहर निकाला है। सूत्रों की माने तो उन्होंने मुलायम की सहमति मिलने के बाद ही यह कठोर कदम उठाया है।
शिवपाल ने इस सम्बंध में बाकायदा एक पत्र जारी किया है। इस पत्र की कापी पार्टी मुखिया, राष्ट्रीय महामंत्री प्रो रामगोपाल यादव और मीडिया को भी भेजी गई है।
बताया जाता है कि सपा से निकाले गये इन सातों युवा नेताओं ने शनिवार को जमकर हंगामा किया था। मुलायम और शिवपाल ने इस बवाल के दौरान की वीडियो रिकॉर्डिंग मंगवाकर देखी इसके बाद इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई।
अब तक 11 नेताओं के खिलाफ शिवपाल की कार्रवाई
प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने अब तक 11 सपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। रविवार को पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए भी उन्होंने कहा था कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में जो शामिल होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
शिवपाल ने शनिवार को ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी राजेंद्र चैधरी को प्रदेश प्रवक्ता और अरविंद सिंह गोप को प्रदेश महामंत्री पद से हटा दिया था। इसके बाद रविवार को उन्होंने प्रो0 रामगोपाल के भांजे एमएलसी अरविंद यादव और पूर्व प्रधान अखिलेश कुमार यादव को पार्टी से बर्खास्त किया था।
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार शिवपाल की कार्रवाई से पार्टी में अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई है। खबर है कि इस कार्रवाई से नाराज यूथ विंग के कई नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।