सूरत। यौन उत्पीडऩ मामले को लेकर सूरत के सेशन कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान मंगलवार को नारायण सांई की पत्नी जानकी ने कोर्ट के समक्ष पेश होकर अपने पति के चरित्र और आश्रम के चलने वाली प्रवृत्तियों को लेकर बयान दर्ज करवाए।
वह गवाही के दौरान पुलिस के समक्ष दर्ज करवाए बयानों पर अडिग़ रही तथा अभियोजन पक्ष की हकीकतों का समर्थन किया। कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई के लिए 2 और 3 मई तथा 10 और 11 मई का दिन नियत किया है।
सेशन कोर्ट में सुनवाई के चलते मंगलवार सुबह नारायण सांई समेत इस मामले में लिप्त सभी आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। नारायण सांई की पत्नी जानकी भी मध्यप्रदेश से सूरत पहुंचने के बाद पुलिस सुरक्षा के बीच कोर्ट में गवाही देने पहुंची। सुबह ग्यारह बजे कोर्ट में गवाही दर्ज करने की कार्रवाई शुरू हुई जो करीब पांच घंटे तक चली।
यौन उत्पीडऩ का मामला दर्ज होने के बाद, नारायण सांई के फरार रहने के दौरान और नारायण सांई के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस ने जानकी के बयान दर्ज किए थे।
सुनवाई के दौरान जानकी ने अभियोजन पक्ष की हकीकतों का समर्थन करते हुए पूर्व में पुलिस के समक्ष दिए बयान पर कायम रहते हुए पति नारायण सांई के चरित्र और आश्रम में चलनेवाली प्रवृत्तियों को लेकर अपनी गवाही दर्ज करवाई।
इसके बाद बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता कल्पेश देसाई, किरीट पानवाला और बीएम गुप्ता ने बयानों को चुनौती देते हुए जानकी से कई सवाल-जवाब किए।
नारायण सांई से मुलाकात, उनका विवाह, वैवाहिक जीवन और मनमुटाव सबंधित सवाल अधिवक्ताओं ने पूछे। पांच घंटे तक गवाही दर्ज करने कार्रवाई के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 2 और 3 तथा 10 और 11 मई का दिन नियत कर दिया। गौरतलब है कि नारायण सांई के खिलाफ अक्टूबर,2013 में सूरत की साधिका ने जहांगीपूरा थाने में यौन उत्पीडऩ की शिकायत दर्ज करवाई थी।
पत्नी के आरोपों पर यह बोले नारायण सांई
पत्नी जानकी की ओर से मंगलवार को कोर्ट में गवाही दर्ज करवाने करवाने के बाद नारायण सांई से जब इस संदर्भ में मीडिया ने सवाल किए तो उन्होंने कहा कि कि यह कलयुग है और कलयुग में कुछ भी हो सकता है, इस तरह के आरोप लगना स्वाभाविक है।