नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि गिरफ्तार कश्मीरी अलगाववादी नेता शब्बीर शाह पाकिस्तान स्थित जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के संपर्क में था। सईद को 2008 के मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है।
ईडी ने अपने आरोप-पत्र में कहा कि शाह ने स्वीकारा है कि वह कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान स्थित वैश्विक आतंकवादी हाफिज सईद से फोन पर बात करता रहा है। ईडी ने कहा कि हाल में उसने हाफिज सईद से जनवरी 2017 में बात की थी।
यह खुलासा उस आरोप-पत्र में किया गया है, जिसे ईडी ने मनी लांडरिंग के एक मामले की जारी जांच के सिलसिले में कथित हवाला कारोबारी मोहम्मद असलम वानी और शाह के खिलाफ दाखिल किया है।
आरोप-पत्र में यह भी कहा गया है कि कश्मीरी नागरिक मोहम्मद शफी शायार भी पाकिस्तान जाने से पहले उनके आंदोलन का हिस्सा था।
आरोप-पत्र में कहा गया है कि शाह फोन के जरिए शायार के संपर्क में था। काल डिटेल रिपोर्ट सीडीआर के विश्लेषण से पाया गया है कि शायार द्वारा उसके पाकिस्तानी नंबर 923005161648 से शब्बीर शाह के मोबाइल पर 22 जनवरी 2017 से 26 जुलाई 2017 तक किए गए 20 काल प्राप्त हुए हैं।
ईडी के अनुसार शायार से शाह की मुलाकात 1993-94 के दौरान जम्मू के केंद्रीय कारागार में हुई थी। जेल से रिहा होने के बाद शायार अपने परिवार के साथ पाकिस्तान चला गया और रावलपिंडी में बस गया। वह अनंतनाग में पीपुल्स लीग नामक एक संगठन से जुड़ा हुआ था।
आरोप-पत्र में आगे कहा गया है कि शाह ने कहा कि ये काल कश्मीर मुद्दे पर चर्चा के लिए पाकिस्तान से किए गए थे। ईडी ने कहा है कि शाह ने स्वीकार किया है कि शायार शाह से तो बात करता था, लेकिन अपने परिवार से उसने पिछले 18-20 सालों से बात नहीं किया। शायार शाह के करीबी सहयोगी व चालक, फोटोग्राफर जमीर अहमद शेख के जरिए भी उसके मोबाइल नंबर 9469100898 पर शाह को काल करता है।
ईडी ने यह भी कहा है कि शाह की जम्मू एवं कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी की वेबसाइट का आईपी एड्रेस पाकिस्तान के पेशावर का है और यह होस्ट201212 डॉट कॉमहोस्टिंग डॉट काम है, और डोमेन संगठन का नाम कमीशन ऑन साइंस एंड टेक्न ॉलॉजी है, जो पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर प्रांत पेशावर में है।
शाह को ईडी ने 2005 के धन शोधन के एक मामले में पिछली 25 जुलाई को गिरफ्तार किया था। ईडी ने असलम वानी को छह अगस्त को गिरफ्तार किया था। वानी ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि उसने हवाला के जरिए शाह के पास 2.25 करोड़ रुपए पहुंचाए थे।