नई दिल्ली । भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह की नई कार्यकारिणी में केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला, स्मृति ईरानी और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज को शामिल नहीं किया गया है। नवगठित कार्यकारिणी की पहली बैठक एक अप्रैल को बेंगलूरू में होनी संभावित है।
पुनर्गठन के बाद 111 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारणी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी समेत अनेक केंद्रीयमंत्री और पार्टी के कई शीर्ष नेता शामिल हैं।
भाजपा शासित सभी आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों और जम्मू कश्मीर समेत दो राज्यों के उपमुख्यमंत्रियों के अलावा पार्टी के 24 पूर्व मुख्यमंत्री और तीन पूर्व उपमुख्यमंत्री राष्ट्रीय कार्यकारिणी के स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं।
इसके अलावा कार्यकारिणी में पूरे देश से 40 वरिष्ठ नेताओं को भी विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी एवं मुरली मनोहर जोशी के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, एम वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी, अनंत कुमार, थावरचंद गहलोत, जगत प्रकाश नड्डा, रविशंकर प्रसाद, कलराज मिश्र, नरेन्द्र सिंह तोमर, हर्षवर्धन, बंडारू दत्तात्रेय और राधा मोहन सिंह को भी स्थान दिया गया है।
यशवंत सिन्हा, विनय कटियार, सीपी ठाकुर, जुआल ओराम, एस एस आहलुवालिया, विजय कुमार मल्होत्रा के अलावा हुकुमदेव नारायण सिंह, एल गणेशन, लालजी टंडन, ओ राजगोपाल, तथागत राय, गुलाब चंद कटारिया और सुब्रमण्यम स्वामी राष्ट्रीय कार्यकारणी के अन्य सदस्यों में शामिल हैं। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्रीमंडल में शामिल मुख्तार अब्बास नकवी, धर्मेन्द्र प्रधान, राजीव प्रताप रूड़ी, प्रकाश जावडेकर, वी के सिंह, सुरेश प्रभु, वीरेन्द्र सिंह, पीयूष गोयल और निर्मला सीतारमण के भी नाम इसमें हैं।
वरुण गांधी, तापिर गांव, विजय गोयल, सतपाल महाराज, विष्णुभूषण हरिश्चंद्रन, विजय महापात्र और पी के कृष्ण दास, वी शणमुगम, योगी आदित्यनाथ और नवजोत सिंह सिद्धू को भी स्थान दिया गया है जबकि साध्वी निरंजन ज्योति को कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।
सभी मुख्यमंत्री शामिल
इसमें भाजपा शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों शिवराज सिंह चैहान, रमण सिंह, वसुंधरा राजे सिंधिया, आनंदी बेन पटेल, रघुवर दास, देवेन्द्र फघ्णवीस, रघुवर दास, मनोहर लाल खट्टर और लक्ष्मीकांत पारसेकर शामिल हैं।
विधानसभा व विधान परिषद में पार्टी के नेता और सभी प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन महामंत्री बैठक में रहने वाले संगठन मंत्रीगण भी राष्ट्रीय कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।