लाहौर। पाकिस्तान के सुपरस्टार ऑलराउंडर और ट्वंटी-20 टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को सलाह देते हुए शुक्रवार को कहा कि वह भारत के खिलाफ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में दिसंबर में संभावित द्विपक्षीय सीरीज को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पीछे भागना बंद करे।
लाहौर में राष्ट्रीय अभ्यास कैंप के दौरान आफरीदी ने कहा कि पीसीबी पाकिस्तान दौरे के लिए दूसरी टीमों पर अपना ध्यान केन्द्रित करे। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि हमें भारत के साथ क्रिकेट सीरीज के लिए उस पर दबाव नहीं बनाना चाहिए। मैं नहीं जानता कि द्विपक्षीय सीरीज के लिए हम बार-बार बीसीसीआई के पीछे क्यों भाग रहे हैं। यदि वे हमारे साथ खेलना नहीं चाहते तो हमें भी उनके पीछे नहीं पडऩा चाहिए।
वर्ष 2007 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच एक भी क्रिकेट मैच नहीं खेला गया है। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों ने वर्ष 2015-23 के बीच कम से कम छह बार क्रिकेट सीरीज खेलने के लिये समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं जिसके तहत पहली सीरीज आगामी दिसंबर में खेलने के लिए तय की गई है। आफरीदी ने बताया कि वर्ष 2008 के बाद से पाकिस्तानी खिलाड़यिों को आइ र् पीएल में खेलने के लिए भी आमंत्रित नहीं किया गया।
आफरीदी ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा से ही भारत का स्वागत किया है और जब आखिरी बार भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया था तो उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया था जिसे पूरे विश्व ने देखा। हमने मुश्किल समय में भी भारत का समर्थन किया है लेकिन यह सरकार का फैसला है।
उन्होंने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि दोनों देशों के लोग दोनों टीमों के खिलाड़यिों को एक साथ खेलते देखना चाहते हैं। यदि हमारी टीमें खेलती हैं तो जाहिर तौर पर यह सीरीज एशेज से भी बड़ी क्रिकेट सीरीज होगी।
भारत में आयोजित होने वाले ट्वंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल की तर्ज पर पीसीबी ने अगले वर्ष से पाकिस्तान सुपर लीग(पीएसएल) शुरू करने का निर्णय लिया है जिसके मुकाबले संयुक्तअरब अमीरात में खेले जाने हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि यदि पीएसएल क्रिकेट टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित होता।
आफरीदी ने कहा कि हाल ही में जिम्बाब्वे दौरे के बाद से हम पाकिस्तान में क्रिकेट संबंधों की समीक्षा के बारे में चर्चा कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि दूसरी अंतरराष्ट्रीय टीमें भी यहां खेलने आयेंगीं। हमारा क्रिकेट हमारे देश में ही खेला जाना चाहिये। यह कितना अच्छा होगा जब हमारे देश के मैदान भी भीड़ से भरे होंगे और हमारे देश के खिलाड़यिों को भी इसका लाभ मिलेगा।
पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच 27 सितंबर से पांच अक्टूबर तक दो ट््वंटी-20 मैच तथा तीन वनडे मुकाबले खेलेगा जिसके लिए टीम आगामी 23 सितंबर को हरारे के लिए रवाना होगी। आफरीदी पहले क्रिकेटर नहीं है जिन्होंने पीसीबी को इस तरह की सलाह दी है और संभावित क्रिकेट सीरीज के लिए भारत के पीछे भागने को मना किया है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान ने भी गत सप्ताह कहा था कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच दिसंबर में संभावित क्रिकेट सीरीज आयोजित नहीं होती है तो इससे कोई फर्कनहीं पड़ेगा। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर, पूर्व कप्तान रमीज राजा और राशिद लतीफ भी ऐसी ही बात कर चुके हैं।