नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई टीम के ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने रविवार को तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा की। हालांकि वॉटसन ऑस्टेªलिया के लिए वनडे और टी-20 में खेलते रहेंगे। वॉटसन के टेस्ट संन्यास लेने का मुख्य कारण एशेज सीरीज में खराब प्रदर्शन माना जा रहा हैं।
वॉटसन से पहले एशेज में खराब प्रदर्शन का खामियाजा पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क व विकेटकीपर बल्लेबाज बेड हैडिन को संन्यास के रूप में भुगतना पड़ा।
वॉटसन का भी एशेज में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा था। पहले टेस्ट मैच में वॉटसन ने 30 और 19 रन बनाए। बॉलिंग में भी उनकी कुछ धार नहीं दिखी। इस मैच के बाद वॉटसन को श्रृंखला से बाहर रखा गया।
एशेज को अपने संन्यास कारण नहीं मानने वाले शेन वॉटसन ने कहा कि मेरी समझ से आगे बढ़ने का यह सही वक्त है। मुझमें अब दम नहीं बचा है, खासकर टेस्ट क्रिकेट के लिए।
शारीरिक तौर पर भी मैं मेहनत नहीं कर पाया। हालांकि कुछ समय से वॉटसन चोटिल भी हैं। वनडे और टी-20 के दमदार क्रिकेटर वॉटसन का टेस्ट में करियर उतार-चढ़ाव वाला ही रहा।
वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 59 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने महज 35 की औसत से 4 शतक और 24 अर्धशतक एवं 3731 रन बनाए।