गांधीनगर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने मंगलवार को पार्टी को एक तरह से धमकी देते हुए कहा कि वह 24 जून तक उनके बारे में कोई निर्णय ले ले, क्योंकि उसके बाद वह अपने भावी कदम के बारे में घोषणा करेंगे।
वाघेला आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में एक प्रमुख भूमिका के लिए लंबे समय से नाराज हैं। स्थानीय राजनीतिक हलकों में बापू के नाम से लोकप्रिय 78 वर्षीय वाघेला आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें पार्टी का प्रभारी न बनाने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व से नाराज हैं। यद्यपि वह इस बात से भी इनकार करते रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित होना चाहते हैं।
कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी से वाघेला के मतभेद सार्वजनिक हैं, और उन्होंने पार्टी हाईकमान को कई बार इस बात से अवगत कराया है कि दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में यदि पार्टी जीतना चाहती है तो उन्हें इसके लिए उन्हें पूरा प्रभार दिया जाए।
वाघेला ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद का कोई भूखा नहीं हूं। मैंने विधायक और सांसद बनाए। मुझे सत्ता की भूख नहीं है। मैं तमाम पदों पर रह चुका हूं। मैं अब दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता। बल्कि मैं चाहता हूं कि मुझे यह तय करने का मौका मिले कि विधायक कौन बनेगा। मेरा मकसद कांग्रेस को सत्ता में देखना है।