पटना। बिहार में सत्तारुढ़ जनता दल-यूनाइटेड ने गुरुवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव पर भाजपा के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किए गए नए गठबंधन का साथ नहीं देने पर निशाना साधा और उन पर भ्रष्टाचार के साथ समझौता करने का आरोप लगाया।
जद-यू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने यहां कहा कि शरद यादव बिहार में राजद और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन का समर्थन करके भ्रष्टाचार के साथ समझौता कर रहे हैं।
प्रवक्ता से राज्यसभा सदस्य शरद यादव द्वारा राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन तोड़कर बिहार में भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाने संबंधी नीतीश कुमार के निर्णय का विरोध करने संबंधी सवाल पूछा गया था।
प्रवक्ता ने शरद यादव द्वारा 17 अगस्त को नई दिल्ली में सांप्रदायिकता के खिलाफ एक सेमिनार आयोजित करने पर सवाल उठाया। नई दिल्ली में यह सेमिनार जद-यू की पटना में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दो दिन बाद हो रहा है।
कांग्रेस, वामपंथी पार्टियों समेत क्षेत्रीय पार्टियों के ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं द्वारा इस सेमीनार में भागीदारी की उम्मीद की जा रही है।
जद-यू के एक अन्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह समझना कठिन है कि शरद यादव भ्रष्ट नेताओं का समर्थन क्यों कर रहे हैं।
नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के साथ गठबंधन करने के बाद यह पहला मौका है, जब जद-यू नेताओं ने शरद यादव पर इस तरह के सीधे आरोप लगाए हैं।
शरद यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार का भाजपा के साथ गठबंधन करने का निर्णय 2015 में बिहार के लोगों द्वारा गठबंधन को दिए बहुमत का उल्लंघन करता है।