नई दिल्ली। भाजपा में हाशिये पर चल रहे सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी द्वारा उन्हें हाशिये पर डालने का कारण शायद यह है कि वह आडवाणी खेमे जुड़े हुए हैं।
पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने कहा कि बिहार चुनाव में राजग के चुनाव प्रचार अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं मिलने से उन्हें पीड़ा हुई है।
उन्होंने नीतीश कुमार की शान में कसीदे कढते हुए उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्रियों में एक बताया और कहा कि दोस्ती पार्टी के दायरे से परे होती है।
उनसे जब पूछा गया कि उन्हें पार्टी में हाशिये पर डाल दिया गया क्योंकि वह लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में प्रधानमंत्री पद की होड़ के दौरान लाल कृष्ण आडवाणी के साथ थे, उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मुझे निशाना बनाया गया हो क्योंकि मैं आडवाणी खेमे से जुड़ा हूं।
उन्होंने पार्टी नेतृत्व को परोक्ष रूप से चुनौती देते हुए कहा कि वह लोकप्रिय है और निर्दलीय के रूप में भी चुनाव लड़ सकते हैं एवं जीत सकते हैं।
सिन्हा कुछ महीनों से कई मुद्दों पर पार्टी लाइन का उल्लंघन कर रहे हैं, उनमें चाहे कुमार की प्रशंसा करना हो या फिर लोकसभा से कांग्रेस सांसदों का निलंबन। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा है कि उन्होंने कभी भाजपा की लक्ष्मण रेखा नहीं लांघी।