मुंबई। सनसनीखेज शीना बोरा हत्याकांड में गुरुवार को कुछ और नई चीजें सामने आई। स्टार के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी ने अपने दावे से पलटते हुए स्वीकार किया कि शीना ने उन्हें बताया था कि वह उनकी पत्नी इंद्राणी की बहन नहीं, बल्कि बेटी है।
वहीं मामले को एक और मोड़ देते हुए इंद्राणी ने अपने माता पिता को शीना का माता पिता बता दिया लेकिन उसके पिता ने इस बात का खंडन किया।
नई चीजों के सामने आने के दिन पुलिस का मानना है कि यह एक सोची समझी हत्या की साजिश थी। वहीं मुंबई पुलिस के शीर्ष अधिकारी राकेश मारिया ने शीना की मां इंद्राणी, उसके कार चालक और सौतेले बेटे राहुल मुखर्जी से पूछताछ की। इंद्राणी के बेटे मिखाइल से गुवाहाटी में जबकि उसके पूर्व पति संजीव खन्ना से कोलकाता में पूछताछ की गई। इंद्राणी स्टार के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी की पत्नी हैं।
हालांकि, हत्या के पीछे का इरादा अब तक एक रहस्य बना हुआ जबकि ऐसा समझा जा रहा है कि कार चालक एसपी राय और इंद्राणी के पूर्व पति संजीव खन्ना ने पुलिस को बताया कि इंद्राणी ने वारदात के दिन 24 अप्रैल 2012 से एक दिन पहले उस स्थान की टोह ली थी जहां शव को फेंका जाना था।
मुखर्जी ने बुधवार को दावा किया था कि वह शीना को सिर्फ अपनी पत्नी की बहन के रूप में जानता था। पर गुरुवार को वह पलट गया और कहा कि शीना ने कुछ समय पहले उसे बताया था कि वह इंद्राणी की बेटी है।
उन्होंने एक न्यूज चैनल को बताया कि उनका इंद्राणी से आमना सामना कराए जाने पर इंद्राणी ने इस बात को हास्यास्पद बताया। उन्होंने यह दावा भी किया कि इंद्राणी ने उन्हें एक ईमेल दिखाया था जिसमें शीना ने कथित तौर पर कहा था कि वह चाहती है कि राहुल के साथ उसका प्रेम संबंध खत्म हो। राहुल पीटर मुखर्जी की पूर्व पत्नी से हुआ बेटा है।
वहीं इंद्राणी के पिता उपेन्द्र कुमार बोरा ने अपनी बेटी के दावे का खंडन किया कि शीना बोरा उनकी बेटी थी। 80 वर्षीय बोरा ने बताया कि शीना मेरी बेटी नहीं थी। मैं उसका नाना था। शीना के जन्म प्रमाण पत्र में इंद्राणी ने उनका नाम पिता के रूप में दिया था। शीना का जन्म फरवरी 1989 में हुआ था। बोरा ने बताया कि शीना का पिता सिद्धार्थ दास है।
यह पूछे जाने पर कि क्या शिलांग में मौजूद एक अन्य व्यक्ति शीना का असली पिता है, बोरा ने कहा कि इस बात का पता लगाए जाने की जरूरत है। इंद्राणी को तलाक दे चुके खन्ना के बारे में माना जा रहा है कि उन्होंने मुंबई पुलिस को कोलकता में बताया कि वह उस कार में सवार थे जिसमें शीना का कथित तौर पर गला घोंटा गया था लेकिन उन्होंने दावा किया कि इस अपराध में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
हालांकि, यह बात गिरफ्तार चालक के पुलिस के समक्ष दावे से विरोधाभासी है। उसने कहा था कि इंद्राणी और खन्ना ने शीना को मुंबई के एक होटल के कमरे में नशीला ड्रिंक पिलाया जिसके बाद कार में उसका गला घोंटा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसके बाद शव को रायगढ तालुक स्थित पेन ले जाया गया जहां उसे पेट्रोल छिड़क कर जला दिया गया। खन्ना हत्या के एक दिन पहले 23 अप्रैल 2012 को कथित तौर पर आया था और 25 अप्रेल को वापस विमान से कोलकाता चला गया था।
इंद्राणी शीना को अपनी बहन बताती थी वहीं, टीवी चैनलों ने मृतका का कथित जन्म प्रमाणपत्र दिखाया। दस्तावेजों के मुताबिक वह उपेन्द्र कुमार बोरा और दुर्गा रानी बोरा की बेटी थी। पर वे लोग दरअसल, उसके नाना नानी थे, मतलब कि इंद्राणी के माता पिता। उसकी जन्म तिथि 11 फरवरी 1989 दी गई है।
पिछले 12 घंटों से कम समय में राहुल मुखर्जी से पुलिस ने मामले में पूछताछ की क्योंकि उसका अपनी सौतेली बहन से प्रेम संबंध था। इंद्राणी और पीटर इस संबंध के खिलाफ थे। मामले की गुत्थी उलझने के साथ मारिया खुद भी छानबीन में शामिल हो गए जो उपनगरीय मुंबई के खार पुलिस थाने में हुई।
जांचकर्ता मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड एमएमओपीएल के अधिकारियों से भी पूछताछ करने की योजना बना रहे हैं, जहां 24 वर्षीय शीना 20 जून, 2011 से सहायक प्रबंधक के रूप में कार्य कर रही थी। राहुल से बीती रात पुलिस ने पूछताछ की थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शीना के साथ प्रेम संबंध के बारे में और उसके लापता होने की शिकायत दर्ज नहीं कराने के बारे में फिर पूछताछ की गई है।
उन्होंने बताया कि उसे उपनगरीय बांद्रा और खार स्थित दो फ्लैटों में भी ले जाया गया जहां उसने शीना के साथ कथित तौर पर कुछ वक्त बिताया था जब वे दोनों एक दूसरे से मिला करते थे। राहुल और शीना के बारे में बताया जाता है कि वे दोनों एक साल से डेटिंग कर रहे थे जिस बात को इंद्राणी पसंद नहीं करती थी।
एमएमओपीएल ने बुधवार को एक बयान में बताया था कि शीना ने 24 अप्रेल 2012 को छुट्टी ली थी और छुट्टी के दौरान ही उसने अपना इस्तीफा भेज दिया था। इस बीच, इंद्राणी के वकील ने बांद्रा के स्थानीय मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में एक अर्जी देकर उससे हिरासत में मिलने और उसे घर में बना खाना, कपड़े देने की इजाजत मांगी। अदालत ने बाद में अभियोजक को निर्देश दिया कि वह अर्जी पर अपना जवाब दाखिल करे और मामले को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
उधर, मुंबई पुलिस की एक टीम गुवाहाटी का दौरा कर इंद्राणी के मायके गई और शीना के भाई मिखाइल से बात की जिसने इस मामले में सबूत होने का दावा किया था। पुलिस अधिकारी के जाने के आधे घंटे बाद मिखाइल घर से बाहर आए। यह पूछे जाने पर क्या उन्हें दिसपुर पुलिस थाने बुलाया गया है मिखाइल ने एक लिफाफा दिखाया और कहा कि वह अस्पताल जा रहे हैं। उन्होंने बुधवार को और गुरुवार को भी मीडिया से कहा था कि उनके पास शीना की हत्या के सबूत हैं।
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस उन्हें मुंबई बुलाती है तो वह चाहेंगे कि उनके दोस्त उनके साथ हों क्योंकि मुखर्जी लोग बहुत हाई प्रोफाइल हैं और मेरे साथ कुछ भी हो सकता है। यह एक संवेदनशील मामला है। उन्होंने बताया कि उनके पास तस्वीर और बातचीत जैसे सारे सबूत रखे हैं। पुलिस ने यदि मांगा तो मैं उन्हें दूंगा।
मिखाइल ने कहा कि शीना की हत्या की असली वजह सिर्फ इंद्राणी को पता है। अन्य लोग सिर्फ कल्पना कर सकते हैं। शीना मेरी बड़ी बहन थी और मैं उसके लिए न्याय चाहता हूं। उन्होंने कहा कि वह मुंबई तभी जाएंगे जब पुलिस या सरकार उनके नाना नानी के देखभाल की जिम्मेदारी लेगी जिन्हें अब तक नहीं पता कि शीना को कथित तौर पर इंद्राणी ने मार डाला।
उन्होंने बताया कि मैंने इंद्राणी से बार बार पूछा कि मेरी बहन शीना कहां है लेकिन उसने जवाब नहीं दिया। उन्होंने बताया कि इंद्राणी ने उनसे कहा था कि वह नाना नानी को कोलकाता में किसी वृद्ध आश्रम में छोड़ दें और वहां एक नौकरी कर ले।
मैंने जब इनकार कर दिया तब उसने मुझसे कहा कि वह हमारे खर्चे के लिए पैसे देना बंद कर देगी। उन्होंने बताया कि पिछले पांच छह महीनों में उसने कोई रकम नहीं भेजी है। मिखाइल ने यह दावा भी किया कि इंद्राणी यहां आखिरी बार उस वक्त आई थी जब वह उसका पैन कार्ड और बैंक खाता का ब्योरा लेना चाहती थी लेकिन उसने साफ मना कर दिया था।