सबगुरु न्यूज-सिरोही। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर परिषद के आयुक्त ने बुधवार शाम को गोयली चैराहे पर हुए अतिक्रमणों को खोलने और हटाने के लिए संबंधित दुकानदारों को कहा। इसके बाद रात को इस चौराहे पर लगे पतरे आदि खुलने लगे। इस चौराहे पर 15 साल पहले आवंटित की गई कियोस्कों में दुकान लगाए दुकानदारों को भी आयुक्त ने दुकानों से सामान खाली करने या गुरुवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान वास्तविक आवंटी को पट्टे के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिए।
राज्य के शेष जिलों की तरह ही सिरोही जिले में भी अतिक्रमणों पर गाज गिर रही है। इस दौरान प्रथम चरण में जिला कलक्टर संदेश नायक के निर्देश पर बाहरी मार्ग पर स्थित अतिक्रमणों को हटाया जा रहा है। भाटकडा चैराहे से लेकर अनादरा चैराहे तक का अतिक्रमण हटाया जा चुका है।
गुरुवार को अनादरा चैराहे से गोयली चैराहे तक अतिक्रमण को हटाया जाना है। इससे पहले आयुक्त प्रहलाद सहाय वर्मा ने बुधवार शाम को गोयली चैराहे पर स्थित दुकानदारों को अपने अतिक्रमणों को हटाने के आदेश दे दिए हैं। इससे झोरा मगरा काॅम्पलेक्स और इसके सामने पंद्रह साल पहले मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत आवंटित कियोस्कों में स्थापित दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने और अपने दुकानों के पट्टे तैयार रखने को कहा। इससे रात को गोयली चैराहे पर दुकानों के आगे लगाए गए टिन शेड हटने लगे।
-भाजपा में भी रार
अतिक्रमण हटाने को लेकर नगर परिषद की ओर से की गई अब तक की कार्रवाई शहर में लोगों के निशाने पर रही। भाटकडा चैराहे से लेकर संजीवनी हाॅस्पीटल के बीच हीरो होंडा शोरूम समेत कई दुकानों के बाहर लगे टिन शेडों को छोड दिया गया तो बाकियों पर बुलडोजर चला दिया गया।
होंडा शोरूम भाजपा जिलाध्यक्ष से संबंधित बताया जा रहा है, वहीं इसी लाइन का एक अन्य अतिक्रमण किसी प्रशासनिक अधिकारी से रिश्तेदार से संबंधित होने के कारण छोडे जाने का आरोप नगर परिषद और प्रशासन पर लग रहा है। इसे लेकर भाजपा के ही कई पदाधिकारियों ने नगर परिषद की कार्रवाई में भेदभाव बरतने पर रोष जताया है।
वैसे अतिक्रमण की कार्रवाई और चेतावनी को देखते हुए कांग्रेस के पूर्व जिलध्यक्ष के व्यावसायिक भवन के बाहर बनाए फर्श और गोयली चैराहे पर सिरोही सभापति के रिश्तेदारों के व्यावसायिक परिसर के बाहर टिनशेड स्वेच्छा से खोलने को जहां लोगों ने सराहा है, वहीं होंडा शोरूम और इसकी लाइन के अन्य टिन शेडों पर राजनितिक और प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने पर लोग सोशल मीडिया और नगर परिषद के अधिकारियों के सामने अपना विरोध दर्ज करवाते नजर आए।
-पैसा देकर भी छिन जाएंगी दुकानें
गोयली चैराहे पर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत पंद्रह साल पहले आवंटित कियोस्कों को मूल आवंटियों ने नियमविरुद्ध दूसरों को बेच दिया। ऐसे लोगों के सामने अब संकट खडा हो गया है। गुरुवार को यदि इनके मूल आवंटी मौके पर मौजूद नहीं रहे तो गोयली चैराहे पर कियोस्कों को पक्का करके बनाई गई कई दुकानों पर गाज गिरेगी।