बीकानेर। स्वास्थ्य विभाग की राज्य पीसीपीएनडीटी सेल ने राज्य के 60वें डिकॉय ऑपरेशन को अंजाम देते हुए गुरुवार देर रात बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर शहर के पुरानी आबादी में लिंग जांच करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, वहीं एक महिला सहित दो लोग भागने में सफल हो गए।
गिरफ्त में आए तीनों दलालों आरोपी पवन कुमार, हरचरण व धर्मेंद्र सिंह से पूछताछ की जा रही है, जबकि भागने में कामयाब कथित महिला चिकित्सक राज चौहान एवं अपंजीकृत पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन के संचालक रमनदीप सिंह की तलाश जारी है।
स्वास्थ्य विभाग के मिशन निदेशक एवं राज्य सीपीएनडीटी सेल के राज्य समुचित प्राधिकारी नवीन जैन ने बताया कि श्रीगंगानगर के मुखबीर द्वारा सूचना दी गई कि रमनदीप सिंह के घर अवैध सोनोग्राफी मशीन द्वारा अवैध रूप से लिंग जांच का कार्य किया जा रहा है।
ग्राहक द्वारा पुष्टि करवाए जाने के बाद डिकॉय ऑपरेशन के लिए गर्भवती महिला को दलाल के पास भेजा गया। दलाल सुबह से शाम तक अलग-अलग स्थानों पर घूमाता रहा और देर रात को गर्भवती महिला को लिंग जांच करवाने के लिए पहले कार एवं बाद में स्कूटी पर बैठाकर भरत नगर में रमनदीप के घर ले गया।
वहां कुछ देर बाद लिंग जांच की गई व 30 हजार रूपए लिए गए। टीम को लिंग जांच की सूचना मिलने के बाद दबिश देने पर हनुमानगढ़ जिले के खनानियां निवासी 24 वर्षीय पवन कुमार जाट, अबोहर, पंबाब के मल्लूपुरा निवासी 31 वर्षीय जटसिख चरणसिंह व आलमगढ़ के जटसिख 28 वर्षीय धर्मेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया।
जबकि अंधेरे का फायदा उठाते हुए आरोपी 31 वर्षीय रमनदीप सिंह व उसकी उसकी साथी संदिग्ध महिला राज अवैध पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन व गर्भवती महिला द्वारा दिए गए 22 हजार 500 रुपये लेकर फरार हो गए।
गिरफ्तार तीनों सदस्यों से टीम द्वारा गर्भवती महिला को दिए गए 7500 रुपए बरामद कर लिए गए वहीं आरोपियों से एक कार जब्त की गई है। आरोपियों से पूछताछ में यह भी सामने आया कि इस गिरोह द्वारा राजस्थान, पंजाब व हरियाणा के शहर व कस्बों में अनेक दलाल बना रखे हैं, जो इस कार्य में लिप्त हैं।
बीकानेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि भ्रूण लिंग जांच या कन्या भ्रूण हत्या सम्बंधित सूचना देने वाले मुखबिर, डेकोय ऑपरेशन में शामिल गर्भवती व सहयोगी के लिए मुखबिर योजना में ढाई लाख रूपए ईनाम का प्रावधान हैं। ऐसी सूचना टोल फ्री न. 104, जिला कलेक्टर या सीएमएचओ कार्यालय में दी जा सकती है।
जैन ने बताया कि ऑपरेशन में पीसीपीएनडीटी दल के अतिरिक्त पुलिस अघीक्षक रघुवीरसिंह के नेतृत्व में महेंद्र चारण सहित पुलिस निरीक्षक हरीनारायण शर्मा, पुलिस उपनिरीक्षक विक्रम सेवावत, आदि दलबादस के साथ उपस्थित रहे।