उज्जैन। सिंहस्थ महाकुंभ की मध्यावधि में ग्राम निनौरा में वैचारिक महाकुंभ का महाआयोजन होगा। इसके लिए 14 मार्च को सुबह 9.30 बजे निनौरा में भूमिपूजन किया जाएगा। इसी स्थान पर 21 मार्च को आयोजन समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी। वैचारिक महाकुंभ के आयोजन को लेकर उज्जैन सहित इन्दौर के जिला प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है।
शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष माखनसिंह, वैचारिक महाकुंभ के संयोजक सांसद अनिल माधव दवे और प्रदेश के संस्कृति विभाग के राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, विधायक डॉ.मोहन यादव व पीएस संस्कृति विभाग मनोज श्रीवास्तव ने वैचारिक महाकुंभ आयोजन स्थल पर दोनों प्रशासन की बैठक ली।
बैठक में संभागायुक्त डॉ. रवीन्द्र पस्तोर, इन्दौर संभागायुक्त संजय दुबे, एडीजी व्ही.मधुकुमार, डीआईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर कवीन्द्र कियावत, मेला अधिकारी अविनाश लवानिया, इन्दौर नगर निगम आयुक्त मनीष सिंह, इकबालसिंह गांधी एवं इन्दौर व उज्जैन दोनों जिलों के निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
आयोजन उज्जैन की भूमि पर,व्यवस्थाएं इन्दौर की
आयोजन स्थल निनौरा में आयोजित हुई बैठक में यह तय हुआ कि यह कार्य उज्जैन की भूमि पर होगा, जिसकी व्यवस्थाएं इन्दौर प्रशासन द्वारा की जाएगी। साथ ही यह भी बताया गया कि चूंकि उज्जैन में सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन भी हो रहा है, इसलिए उज्जैन प्रशासन को वैचारिक महाकुंभ में आयोजित होने वाली प्रत्येक गतिविधि के बारे में जानकारी हो।
आयोजन स्थल के इर्द-गिर्द दो किलो मीटर की दूरी तक वाईफाईयुक्त स्थल बनाने के लिए बीएसएनएल को जिम्मेदारी दी गई। कालिदास अकादमी भारत संचार निगम लिमिटेड को सोमवार को वाईफाई के लिए आवश्यक व्यवस्था के लिए चेक प्रदान करेगा।
वैचारिक महाकुंभ की भिन्न होगी वेब साइट
वैचारिक महाकुंभ की ब्राण्डिंग के लिए वेब साइट के द्वारा प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके लिए पृथक से वेब साइट तैयार की जाएगी। पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय और विक्रम विश्वविद्यालय के छात्रों को वैचारिक महाकुंभ के महामंथन में शोधपत्र प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा हार्वर्ड और मिशिगन विश्वविद्यालयों के भी विद्वानों द्वारा सम्बन्धित विषयों पर शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
अधिकारियों ने स्थल भ्रमण किया
वैचारिक महाकुंभ के लिए आयोजन समिति और जिम्मेदार अधिकारियों ने 30 बीघा से अधिक खाली भूमि का भ्रमण किया। अधिकारियों द्वारा पूर्व में नक्शे पर रेखांकित की गई पार्किंग, टेन्ट, मंच, हेलीपेड आदि की चिन्हांकित भूमि का भ्रमण कर निर्णय लिया।
आयोजन स्थल पर पांच हेलीपेड बनाए जाएंगे। इसके अलावा भी दो स्थानों पर अतिरिक्त तीन हेलीपेड बनाने पर भी विचार किया गया। बैठक में सुरक्षा, बिजली, सडक़, पेयजल आदि विषयों पर भी चर्चा की गई।