नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बुधवार को भारत और सिंगापुर के बीच नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सहयोग पर एक ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर की अनुमति दी गयी।
समझौते के तहत आरम्भ में जयपुर और अहमदाबाद के हवाई अड्डों को उन्नत बनाने में सिंगापुर सहयोग करेगा । इसके बाद यह सहयोग अन्य हवाई अड्डों के लिए भी किया जाएगा।
इस समझौते के अंतर्गत आपसी सहयोग विभिन्न क्षेत्रों में होगा जिनमें मास्टर-योजना और डिजाइन, यातायात विकास, वाणिज्यिक विकास, सेवा की गुणवत्ता में सुधार, प्रशिक्षण और विकास, कार्गो हैंडलिंग और प्रबंधन, रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल और संचालन और प्रबंधन शामिल हैं ।
सिंगापुर की सरकार ने लगातार पिछले कई वर्षों के लिए अपनी रैंकिंग को बनाए रखा है । इस बात की आवश्यकता महसूस की गयी थी कि अहमदाबाद और जयपुर हवाई अड्डों पर सेवा के उच्च मानकों को बनाये रखने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), संचालन और रखरखाव (ओएंडएम) के लिए अनुबंध में प्रवेश कर सकते हैं ।
इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ( एएआई) और सिंगापुर सहयोग उद्यम के बीच नवंबर २०१५ में एक समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए थे । जानकारी हो कि सिंगापुर संसार में सबसे कामयाब हवाई अड्डों वाले देशों में से एक है।