सिरोही। जिला चिकित्सालय के महिला वार्ड से शनिवार दोपहर करीब 12:45बजे एक अज्ञात महिला 48 घंटे पहले जन्में बच्चे को चुरा ले गई। ड्यूटी पर तैनात नर्स की तत्परता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इस महिला को शिवगंज हाइवे पर बागसीन के पास से नाकाबंदी करके पकड लिया गया। महिला और बच्ची को सिरोही कोतवाली लाया गया, जहां बच्ची को मां के सुपुर्द कर दिया गया।
जिला चिकित्सालय की सिस्टर सिल्वा ने बताया कि 19 मार्च को ईसरा निवासी भूरी पत्नी रमेश गरासिया ने एक बच्ची को जन्म दिया था।शनिवार दोपहर को डिलवरी के 48 घंटे पूरे होने पर भूरी को डिस्चार्ज करने की तैयारी कर ली थी। उसके केडुला आदि निकाल लिये गए थे, इतने में यह सूचना मिली कि भूरी की बच्ची को कोई महिला उठाकर ले गई। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना ड्यूटी डाॅक्टर को दी और चिकित्सालय चैकी पर तैनात एएसआई रूपाराम के साथ वह महिला चिकित्सालय परिसर में पहुंचे।
इस दौरान गायनीकोलाॅजिस्ट डाॅ उषा चैहान भी पहुंच गई थी। इसकी सूचना कोतवाली को दी तो कोतवाली पुलिस भी एक्शन में आ गई और उसने तुरंत नाकाबंदी करवा दी। इस पर इस महिला को बच्चे के साथ बागसीन के पास एक टैक्सी में से पकडा। कोतवाली थाने लाया गया जहां चिकित्सक चैहान ने बच्ची के शरीर पर पहने गुलाबी कपडों से उसकी पहचान की बाद में उसकी मां को बुलाया तो उसने भी बच्ची को पहचाना और उसे दूध पिलाया। बच्चे को चुराने वाली महिला से पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है। करीब देढ घंटे मेन पोलिस ने सिस्टर सिल्वा कि तत्परता से इस पूरे मामले का पटाक्षेप करके नवजात बच्ची को उसकी मा की गोद मे डाल दिया. फिलहाल इस चिकित्सालय की देखरेख व संधारण आदर्श चेरीटेबल ट्रस्ट के सहयोग से हम सब एक हैं समुह कर रहा है। सूचना मिलने पर इनके सदस्यों ने भी सक्रियता निभाते हुए पुलिस को इत्तिला दी।
आॅटो चालक और टैक्सी यनियन पदाधिकारी की सजगता
बच्ची को ले जाने वाली महिला को पकडने में आॅटो चालक महेन्द्र और टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी कांतिलाल के सामन्जस्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही। दरअसल, यह महिला बच्ची को चुराने के बाद पैदल सीधे गोयली चैराहे पहुंची। वहां पर आॅटो चालक महेन्द्र के आॅटो में बैठकर उसे बोला कि उसे गोयली जाना है। महेन्द्र ने उसे गोयली के पचास रुपये बताए। इतने में शिवगंज की ओर जाने वाली टैक्सी वहां आ गई तो यह महिला महेन्द्र को खुदको मानसिक तौर पर अस्वस्थ बताने का नाटक करते हुए आॅटो से उतरकर टैक्सी में चढ गई। इसी टैक्सी में सिरोही टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी कांतिलाल बैठे हुए थे, जिसे आॅटो चालक ने देखा था। जैसे ही पुलिस इस महिला की तलाश में गोयली चैराहा पहुंची तो महेन्द्र ने बताया कि एक बच्चे को लेकर महिला जीप में बैठी तो थी। उसने जब यह बताया कि उसी टैक्सी में कांतिलाल बैठे हैं तो पुलिस ने कांतिलाल का नम्बर तलाशकर उसे फोन लगाया। कांतिलाल ने बताया कि एक महिला छोटे बच्चे को लेकर उस टैक्सी में बैठी है तो सिरोही पुलिस ने पालडी पुलिस को टैक्सी की लोकेशन और नम्बर आदि बताकर इस महिला को बागसीन के पास से टैक्सी से उतार लिया। वहां से सीधे यहां ले आया।
कई दिनों से काट रही थी चक्कर
यह महिला जिला चिकित्सालय में कई दिनों से महिला वार्ड में चक्कर काट रही थी। लोगों के विरोध के कारण चिकित्सालय प्रशासन चाहकर भी यहां पर विजिटर कार्ड आदि की व्यवस्था लागू नहीं कर पा रहा है और इसी का फायदा उठाकर यह महिला प्रतिदिन जिला चिकित्सालय के महिला वार्ड में आती थी, हर बैड पर अपनी मां के साथ सो रहे बच्चे को खिलाती थी। सभी यह समझते थे कि यह महिला किसी अन्य भर्ती जच्चा की रिश्तेदार होगी और इसी कयास में इस महिला की बन निकली। शनिवार को जैसे ही मौका मिला उसने बैड नम्बर 16 पर भर्ती भूरी की बच्ची को गायब कर दिया। वार्ड मे तैनात यशदा ने इस महिला को पह्चान लिया और बताया कि यहि महिला पिछ्ले कई दिनो से महिला वार्ड मे चक्कर काट रही थी.
जारी किया हुआ है अलर्ट
राजस्थान पुलिस की हृयूमन ट्राफिकिंग विंग ने एक अलर्ट जारी किया हुआ है कि राज्य में बच्चों को गायब करने वाले 800 महिला पुरुषों को गिरोह प्रवेश कर चुका है। यह गिरोह बच्चों को गायब करके उन्हें भीख मंगवाने या बेचने का काम करता है।
शिवगंज की रहने वाली है महिला
जिस महिला ने सिरोही जिला चिकित्सालय से बच्ची को चुराया वह वर्तमान में शिवगंज में रहती है। उसका पति प्रेम पटेल वहां मंडी में मजदूरी करता है। सिरोही वृत निरीक्षक विरेन्द्रसिंह जोधा ने बताया कि महिला की शिनाख्त नडियाद गुजरात हाल शिवगंज निवासी निशा पत्नी प्रेम के रूप में की है। उसके बताए अनुसार वह शिवगंज में उसके पते की तस्दीक करने उसे साथ लेकर पहुंचे हैं, वहां पर उसके पति को बुलवाकर जानकारी प्राप्त की। महिला ने बताया कि तीन-चार महिने पहले उसके एक इश्यू हुआ था, वह चल बसा। ममतावश उसने यह बच्चा चुरा लिया। जोधा ने बताया कि प्रारम्भिक जांच के अनुसार इसमें किसी गैंग के शामिल होने की आशंका कम ही नजर आ रही है।