सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही भाजपा के पार्षद बारात में आए फूफा हो गए हैं। किस समय रूठेंगे और किस बात पर रूठेंगे कोई नहीं पता और रूठकर कब मन जाते हैं यह भी पता नहीं चलता। फिलहाल इनके रूठने और मानने पर सिरोही में वैसी ही प्रतिक्रिया आती है जैसे कि ससुराल में फूफा के रूठने।
खैर सिरोही के भाजपा पार्षद नववर्ष की पूर्व संध्या पर फिर रूठ गए हैं। कारण यह है कि उनका फिर अपमान हुआ है। ऐसा उनका कहना है। वैसे ऐसे अपमान की बात वह 26 जनवरी और प्रवासी सम्मेलन में भी कर चुके हैं और उसके बाद अवैध पट्टों के मामले में सब फिर एक हो गए थे। लाखेराव तालाब की खुदाई के विरोध में एक पार्षद एडीएम को ज्ञापन दे आए थे, बाद में सभापति ने इस दावे के साथ भमाशाहों को अपमानित कर दिया था कि सिरोही भाजपा पार्षदों ने इसका निर्णय किया था कि लाखेराव की खुदाई नगर परिषद ही करेगा।
ताजा नाराजगी दो चीजों को लेकर। इसकी शुरूआत भी लाखेराव तालाब से हो गई। कारण वही जो अब तक थे। भाजपा सिरोही नगर मंडल के एक पदाधिकारी। इनका आरोप है कि वे उन्हें समुचित सम्मान से वंचित रख देते हैं। शाम को नववर्ष की पूर्व संध्या पर सरजावाव दरवाजे पर हुई गेर में तो यह नाराजगी इतनी बढी की इन पार्षदों ने वहां जाना मुनासिब नहीं समझा। कारण वही कि फिर वहां उन्हें सम्मान नहीं मिला।
यह कार्यक्रम नगर परिषद ने करवाया। इसका टेंट, माइक, लाइट आदि का सभी खर्चा नगर परिषद का था। इसके बावजूद यहां पर माला पहनाने के लिए भाजपा पार्षदों का नाम नहीं बोला गया। माइक से उनका नाम तक बोलना मुनासिब नहीं समझा। यह लोग नाराज हो गए। अब ये कब और किस बात पर मानेंगे यह भगवान जाने, लेकिन इनका एक और दावा था कि लाखेराव तालाब में भामाशाहों का विरोध करने का प्रस्ताव इनका था और न ही नगर परिषद के माध्यम से इस तालाब खुदाई करवाने का। इस सबके लिए ये पार्षद नगर के ही पार्टी के एक प्रमुख पदाधिकारी का नाम ले रहे हैं।
-लोगों ने लिया गेर का आनन्द
सिरोही के सरजवाव दरवजे पर नववर्ष आयोजन समिति के तत्वावधान में शाम को गेर का आयोजन किया गया। इसमें गेर पार्टी के अलावा स्थानीय लोगों ने भी रात्रि में गेर नृत्य करने का आनन्द लिया।