सबगुरु न्यूज-सिरोही। अरविंद पेवेलियन दोपहर 2.30 बजे बाद अजब हास्यास्पद और कुंठा पैदा करने वाली घटना का गवाह बना। नेताओं का एक रूप और उनकी मंशा यहां क्रिकेट के सदभावना मैच से पहले नजर आया।
इस बार स्वतंत्रता दिवस पर भी हर वर्ष की भांति सद्भावना क्रिकेट मैच हुआ। जिला प्रशासन ने इस बार जनता और प्रशासन के बीच मैच की घोषणा की थी। मैच में खेलने वाली टीम के खिलाड़ियों के किये ट्रेक सूट और बूट की व्यवस्था तो तो दशकों में पहली बार जनता की टीम बनाने की जिम्मेदारी नगर परिषद ने ही ले ली और जनता की बजाय भाजपा पार्षदों और भाजपा के नेताओं को ही जनता बनाकर टीम घोषित कर दी।
मैदान में ही यह आरोप लगा कि हर बार ये मैच होता है, लेकिन ट्रेक सूट और बूट जैसे प्रोत्साहन जैसी चीज नही होने से यहाँ पर कोई नेता दिखता नहीं। इस बार ट्रेक सूट मिलना था तो राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने बिना किसी साधारण नागरिक को टीम में शामिल किया हुए राजनेताओं की ही टीम बनाकर भेज दी।
खेल से पहले ही जब जिले खेल अधिकारी जनता की टीम की सूची नलेकर आये तो पिछले करीब 8 सालों से 16 मैचों में प्रशासन के खिलाफ की टीम में खेलने वाले खिलाड़ी भौंचक रह गए। जो सूची सामने आई उसमे कांग्रेस के दो पार्षदों और एक व्यवसायी के अलावा सभी भाजपा के नेता थे।
जब यह पता चला कि इस बार खेलने वालों को लिए जिला कलक्टर ने ट्रेक सूट और बूट प्रायोजित किया है तो वहां खेलने और खेल देखने आए लोगों ने यह आरोप लगाया कि सूची में शामिल कई नेता पिछले कई सालों से इन मैचों के दौरान कभी गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर अरविंद पेवेलियन में झांकने भी नहीं पहुंचे होंगे। पहले से ही ट्रेक सूट और जूते मिलने की जानकारी होने से पहली बार यह सूची नगर परिषद ने बनाई है। वैसे यह बात दिगर है कि इस सूची में शामिल उपसभापति धनपतसिंह, रघुनाथ माली नहीं आए थे।
-पार्षदों को नहीं मिला कार्ड तो भीड में खडे रहे
इस बार नगर परिषद के पार्षदों को जिला प्रशासन की ओर से स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में आने के लिए दिया गया कार्ड नहीं भेजे जाने का आरोप लगा। इससे नगर परिषद के भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने पेवेलियन में कुर्सियों की बजाय लोगों के बीच में जाकर स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम देखा। इस पर इन लोगों ने प्रशासन के रवैये पर रोष भी जताया है।