नई दिल्ली। भारत की सीनियर महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरेन अब पुरुष हॉकी टीम का मार्गदर्शन करते नजर आएंगे। ऐसे में महिला टीम के मार्गदर्शन की जिम्मेदारी जूनियर विश्व कप विजेता टीम के कोच हरेंद्र सिंह को सौंपी गई है। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
नीदरलैंड्स के निवासी मरेन को यूरोप दौरे से वापस लौटने के बाद पुरुष हॉकी टीम के कोच पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। उन्हें पिछले सप्ताह इस पद से हटाए गए रोलेंट ओल्टमैंस के स्थान पर शामिल किया गया है।
हॉकी इंडिया (एचआई) ने ओल्टमैंस को कोच पद से हटाते हुए कहा था कि वर्तमान में कोचिंग के प्रारूप से अच्छे परिणाम नहीं मिल रहे हैं। महिला हॉकी टीम चार मैचों के यूरोप दौरे का अंतिम मैच 18 सितम्बर को खेलेगी।
हरेंद्र ने 2016 में विश्व कप की सफलता के बाद दोबारा जूनियर टीम के कोच पद के लिए आवेदन नहीं किया था। वह अब सीधे महिला टीम के कोच पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
साई ने अपने एक बयान में कहा कि हरेंद्र की कोचिंग और विशेषज्ञता के कौशल को साई और एचआई ने भी माना है और इस कारण उन्हें संयुरक्त समिति की बैठक में महिला टीम के कोच पद का कार्यभार सौंपा गया।
बयान में कहा गया कि साई और एचआई ने हरेंद्र के वर्तमान और पिछले प्रदर्शन के आधार पर उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। उनके मार्गदर्शन में ही जूनियर टीम ने पिछले साल लखनऊ में आयोजित विश्व कप टूर्नामेंट में खिताबी जीत हासिल की थी।
हरेंद्र को 2008 से 2009 तक पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।मरेन इससे पहले नीदरलैंड्स की महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच थे, जिसने 2016 में आयोजित रियो ओलम्पिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया था।