वाशिंगटन। भारतीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती का असर समाप्त हो चला है और अब देश की आर्थिक वृद्धि दर अधिक संतुलित एवं सतत तरीके से आगे बढ़ रही है।
जेटली ने यहां फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री(फिक्की) द्वारा भारतीय अवसर नामक विषय पर आयोजित संगोष्ठी के संवाद सत्र के दौरान कहा कि संरचनात्मक सुधारों को लागू करने पर सरकार के जोर के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था अब मजबूत, सतत और संतुलित वृद्धि की राह पर है।
उन्होंने कहा कि अब इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण पैदा हुई सुस्ती का असर कमोबेश समाप्त हो चला है।
जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद, सरकार द्वारा एक जुलाई से जीएसटी लागू करने और अन्य संरचनात्मक सुधार लागू करने के निर्णय के बाद अब अर्थव्यवस्था के ऊंची वृद्धि के पथ पर अग्रसर होगी।
जेटली फिलहाल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएफएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेने के सिलसिले में वाशिंगटन की एक हप्ते की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
वित्त मंत्रालय ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि वित्तमंत्री ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 2015-16 के मुकाबले, 2016-17 में इसमें वृद्धि हुई है, जो दिखाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में वैश्विक आत्मविश्वास बढ़ा है।