टोरंटो। एक ताजा अध्ययन के मुताबिक मासिक धर्म के दौरान जो महिलाएं धूम्रपान की ललक को काबू में कर सकती हैं, उनके लिए बाकी के दिनों में धूम्रपान छोड़ना ज्यादा आसान होता है, क्योंकि मासिक धर्म के दौरान निकोटीन शरीर को निकोटीन की जरूरत बढ़ जाती है।
कनाडा के मॉन्ट्रियल विश्वविद्यालय की एड्रीयाना मेंड्रेक के अनुसार हमने शोध से जो आंकड़े पाए उनसे पता चला है कि मासिक धर्म के शुरूआती सात दिनों में महिलाओं में धूम्रपान की ललक नियंत्रण से बाहर होती है। यह शोध धूम्रपान छोड़ने में लिंग के आधार पर उपचार अपनाने में उपयोगी हो सकता है।
मेंड्रेक स्पष्ट करते हुए कहती हैं कि महिलाओं में धूम्रपान की लत छुड़ाने में मासिक चक्र की जानकारी मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मासिक चक्र के दूसरे चरण में ओवुलेशन के बाद महिलाओं के लिए धूम्रपान की लत को काबू में करना आसान हो जाता है, क्योंकि इस चरण में ओस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है।
मेंड्रेक ने हालांकि यह भी कहा कि मनोवैज्ञानिक-सामाजिक कारकों को इससे बाहर नहीं रखा जा सकता। शोधकर्ताओं ने एक दिन में 15 से अधिक सिगरेट पीने वाले 34 पुरूषों और इतनी ही महिलाओं पर शोध किया। शोध के दौरान प्रतिभागियों से कुछ प्रश्नावलियां भरवाई गई और उनके मस्तिष्क का एमआरआई स्कैन भी करवाया गया।
प्रतिभागियों को या तो तटस्थ या धूम्रपान के लिए प्रेरित करने वाली तस्वीरें दिखाते हुए उनके मस्तिष्क का स्कैन किया गया। मेंड्रेक बताती हैं कि धूम्रपान करने वालों की प्रोफाइल के मुताबिक उन्हें लती बनाने के लिए जिम्मेदार न्यूरोबायोलॉजिकल तंत्र से जुड़ी जानकारी हमें धूम्रपान की लत छोड़ने के लिए बेहतर इलाज अपनाने में मददगार साबित हो सकती है। इस बारे में शोध “सायकियाट्री” नामक शोध-पत्रिका के ताजा अंक में प्रकाशित हुआ है।