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Smriti Irani in ratlam
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श्रमिकों ने 18 साल संघर्ष कर अपने आप में पुरूषार्थ का काम किया : स्मृति इरानी

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श्रमिकों ने 18 साल संघर्ष कर अपने आप में पुरूषार्थ का काम किया : स्मृति इरानी

Smriti Irani in ratlam

रतलाम। कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि श्रीसज्जनमिल्स के श्रमिकों ने 18 साल संघर्ष कर अपने आप में पुरूषार्थ का काम किया है। कोई भी इतना लम्बा संघर्ष नहीं कर सकता। चाहे वह जनप्रतिनिधि क्यों न हो?

उन्होंने रतलाम के नागरिकों, राजनीतिक दलों और नेताओं की प्रशंसा की, जिन्होंने संयुक्त रुप से मिल मजदूरों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष कभी पराजय नहीं होता आज उसी का परिणाम है कि मिल के मजदूरों के घरों में दीपावली सा माहोल होगा।

ईरानी भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत वस्त्र कामगार, पुनर्वास निधि योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले पुनर्वास भत्ता वितरण समारोह में बोल रही थी। उन्होंने अपने भावनात्मक उद्बोधन में श्रमिकों के धैर्य की प्रशंसा की और कहा कि मैं उन श्रमिक परिवारों को नमन करती हूं जिन्होंने धैर्यपूर्वक इतना लम्बा इंतजार किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह अपने आप में उदाहरण होगा कि रतलाम में इतने वर्षों तक संघर्ष के बाद श्रमिकों को उनके हक की राशि प्राप्त हुई है।

घर बैठे ससम्मान मिलेगी राशि

ईरानी ने कहा कि लगभग 1700 श्रमिकों को उनकी बकाया राशि का भुगतान सीधे ससम्मान उनकों घर बैठे उनके खातों में जमा होगा। इसमें किसी भी प्रकार का विलम्ब नहीं हो इसके निर्देश वस्त्र मंत्रालय को दिए है। हम नहीं चाहते है कि इतने लम्बे इंतजार के बाद भी श्रमिक अपनी बकाया राशि के लिए इधर-उधर भटके। उन्होंने कहा कि मात्र कुछ ही सदस्य बचे हैं जिनकों राशि का भुगतान होना बाकी है। तकनीकि कारणों से उनकों यह राशि फिलहाल नहीं मिल पा रही है, शीघ्र मिलेगी ऐसा मैं विश्वास दिलाती हूं।

ऐतिहासिक क्षण बताया

उन्होंने आज के आयोजन को ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि वे पहली बार देख रही है कि भाजपा कांग्रेस के नेता एक मंच पर बैठकर श्रमिकों के हितों की बात कर रहे है। मैं उन सभी का भी सम्मान करती हूं। मैं अपेक्षा करती हूं कि श्रमिकों के हितों और विकास के लिए मिल-जुलकर काम करेंगे,ताकि प्रधानमंत्री के मंशा के अनुरूप विकास गाथा लिखी जा सके।

मुख्यमंत्री औद्योगिककरण की दिशा में प्रयत्नशील

उन्होंने उद्योगों की स्थापना के संबंध में कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री औद्योगिककरण की दिशा में प्रयत्नशील है। वे यहां उद्योग स्थापित करें, केंद्र सरकार पूरी मदद करेगी। उन्होंने इस मौके पर प्रधानमंत्री बीमा योजना का भी जिक्र किया और कहा कि मात्र एक रुपया माह में केंद्र सरकार ने यह योजना लागू की है, जिसमें दो लाख रुपए तक की रिस्क कवर होती है।

बहन पहली बार घर आती है तो उसे कुछ दिया जाता है…

जब उनसे मंच पर उपस्थित नेताओं ने उद्योगों की स्थापना व अन्य मांगों के संबंध में ध्यान आकर्षित किया तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि हमारे देश व प्रदेश की यह परम्परा है कि जब बहन पहली बार घर आती है तो उसे कुछ दिया जाता है लिया नहीं जाता। उनके इस कथन पर सभागृह में करतल ध्वनी से स्वागत किया गया और उनके भाव की लोगों ने प्रशंसा की।

सबने मिलकर श्रमिकों की लड़ाई लड़ी : भूरिया

क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया ने कहा कि मालवा का यह क्षेत्र बंद औद्योगिक इकाईयों के कारण बैरोजगारी का शिकार है। यहां सारे संसाधन उपलब्ध है, केंद्र सरकार को चाहिए कि वह बंद कारखानों के श्रमिकों के पुनर्वास के लिए सुत मिल सहित अन्य कारखानों की स्थापना करें, ताकि लोगों की बैरोजगारी दूर हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि सभी दलों ने मिलकर मिल श्रमिकों की लड़ाई लड़ी। हमारी सरकार के समय भी हमने श्रमिकों की कई बकाया राशि दिलवाने के लिए प्रयत्न किए है।

ईरानीजी का आगमन महत्वपूर्ण उपलब्धि : कोठारी

पूर्व मंत्री तथा वित्त आयोग के अध्यक्ष हिम्मत कोठारी ने कहा कि मिल श्रमिकों के संघर्ष का एक लम्बा इतिहास है। सभी दलों ने मिलकर इसे लड़ा है, उसी का परिणाम है कि आज मजदूरों की बकाया राशि प्राप्त हो रही है। पूर्व में भी 9 करोड़ रुपया भुगतान हो चुका है। यह उपलब्धि किसी एक व्यक्ति या दल की नहीं सभी की है, जिसमें रतलाम के नागरिकों का भी पूर्ण सहयोग रहा है।

उन्होंने स्वयं ने भी 11 दिन तक मिल श्रमिकों के लिए आमरण अनशन किया था। उन्होंने आज के अवसर और मंत्री ईरानीजी के आगमन को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। इसके लिए उन्होंने श्रमिक नेता मधु पटेल, अर्जुन निमावत व उनकी टीम को बधाई दी।

मिल की शेष जमीन का उपयोग हो : काश्यप

राज्य योजना के उपाध्यक्ष तथा विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि रतलाम में उद्योग की स्थापना के अच्छे अवसर है। मिल की 58 बीघा जमीन का उपयोग किया जाना चाहिए तथा यहां कोई उद्योग प्रारंभ हो इसके लिए कपड़ा मंत्रालय कोई योजना बनाए, ताकि मिल के बैरोजगार परिवारों को रोजगार मिल सके।

400 से अधिक श्रमिक मौत के शिकार हुए : शेखावत

मध्यप्रदेश असंगठित कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत ने सज्जन मिल के इतिहास का जिक्र किया और बताया कि 1998 से यह मिल बंद है। मिल के 400 से अधिक श्रमिक अकाल मौत के शिकार हुए है। इसे आर्थिक परेशानी कहे या मानसिक लेकिन मुख्य रुप से बैरोजगारी ही इसके पीछे मुख्य कारण रही है।

उन्होंने कहा कि मिल श्रमिकों के भुगतान के संबंध में केंद्र व राज्य सरकार दोनों के अधिकारियों एवं कपडा मंत्री स्मृति ईरानी, वस्त्र आयुक्त भारत सरकार डा. कविता गुप्ता, वस्त्र आयुक्त क्षेत्रीय कार्यालय इंदौर के वेदप्रकाश पाराशर का सहयोग भी उल्लेखनी है।

उन्होंने यह भी जिक्र किया कि गैर राजनैतिक तरीके से लड़ी गई मिल श्रमिकों की लड़ाई का ही परिणाम है कि आज इतनी बड़ी राशि श्रमिकों को मिल रही है। शेष श्रमिकों को भी शीघ्र राशि मिले उसके लिए समिति प्रयत्न करेगी।

क्षेत्रीय कार्यालय इंदौर के पाराशर ने भी बताया कि इसके पूर्व छह इकाईयों के श्रमिकों को भी बकाया राशि का भुगतान किया जा चुका है। महापौर डा. सुनीता यार्दे ने मंत्री ईरानीजी का अभिनंदन करते हुए नगर के नागरिकों की ओर से आभार माना, जिनके सद् प्रयत्नों से सैकड़ों मिल श्रमिकों की बकाया राशि का आज भुगतान हो रहा है।

उन्होंने कहा कि रतलाम में उद्योगों की स्थापना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि यहां उद्योगों के अभाव में बैरोजगारी बड़ रही है। उन्होंने सभी दलों के नेताओं के प्रति भी आभार माना, जिनके सहयोग के कारण ही मिल मजदूरों को आज अच्छे दिन देखने को मिल रहे है।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रभु राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित, इंटक के प्रांतीय महासचिव श्यामसुंदर यादव, भामसं के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश तिवारी, महासचिव के.पी.सिंह भी मंचासीन थे। कार्यक्रम के अंत में राशि का बड़ा चैक प्रतीक स्वरुप श्रमिकों को भैंट किया गया।

प्रारंभ में अतिथियों को संघर्ष समिति की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। संघर्ष समिति के संयोजक मधु पटेल, सचिव अर्जुन निमावत, मो. खान, सत्यनारायण सोलंकी ताराचंद पंचोनिया, ईश्वर बाबा, लालचंद नागर, दिलीप मेहता, मनोहर राठौड़, महेश माहेश्वरी, बसंतीलाल साल्वी, लक्ष्मीनारायण गेहलोत, मोतीलाल चौहान, भंवरसिंह गौड़, भास्कर, नागेश परासिया, किशनलाल भामीनामा, सोहनलाल निनावत, राधेश्याम पोरवाल, मधुकर, पुरूषोत्तम बैरागी, ओमप्रकाश चौहान, श्यामलाल, रघुवीर शर्मा, भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा, दिलीप मेहता सहित श्रमिक नेताओं ने स्वागत किया। होटल बालाजी सेंट्रल सैलाना रोड़ पर आयोजित इस कार्यक्रम में सभी दलों के प्रमुख नेता, श्रमिक व काफी संख्या गणमान्य नागरिक शामिल थे।