नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट किए जाने की संख्या में अप्रत्याशित इजाफे को लेकर उन्हें आड़े हाथ लिया और उनके ट्विटर अकाउंट के तार रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान तक जुड़े होने की ओर इशारा किया। कांग्रेस ने हालांकि इस आरोप को तथ्यात्मक रूप से गलत कहते हुए खारिज कर दिया।
ईरानी ने अपने ट्वीट में कहा कि वह शायद रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान में चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं।
ईरानी ने अपने ट्वीट के साथ एक न्यूज रिपोर्ट ‘राहुल गांधी के ट्विटर लोकप्रियता के पीछे बोट्स’ को भी संलग्न किया, जिसमें राहुल गांधी के ट्वीट के रिट्वीट की वृद्धि पर सवाल खड़े किए गए हैं।
ट्विटर बोट एक प्रकार का बोट सॉफ्टवेयर है, जो ट्विटर अकाउंट द्वारा ट्विटर एपीआई (अप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) को नियंत्रित करता है। यह बोट सॉफ्टवेयर ट्वीट, रिट्वीट, फॉलो, अनफॉलो या दूसरे के अकाउंट में सीधे संदेश भेजने के लिए स्वायत्त तरीके से काम करता है।
वहीं केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इसकी खेल में डोपिंग जैसी कार्रवाई से तुलना की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि खेल में, यह डोपिंग के अंतर्गत आता है। हे रुको, क्या ‘डोप’ आपको किसी की याद दिलाता है।
कांग्रेस की डिजिटल संचार इकाई का जिम्मा संभाल रहीं दिव्या स्पंदना ने इस मामले में ईरानी पर हमला बोला और इस न्यूज स्टोरी को तथ्यात्मक रूप से गलत बताया। उन्होंने ईरानी के ट्वीट पर कहा कि हमें उनकी क्या जरूरत है, जब आप हमारे पास हैं।
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय सूचना व प्रोद्यौगिकी प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल पर निशाना साधते हुए सिलसिलेवार ट्वीट किए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को यह जानना चाहिए कि लोकप्रियता खरीदी नहीं जा सकती, निश्चित रूप से रूस और कजाकिस्तान से नहीं। कांग्रेस का सोशल मीडिया सपना निरस्त हो गया?