नई दिल्ली। `डियर` लिखकर संबोधित किए जाने से नाराज़ केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी और बिहार के शिक्षामंत्री अशोक चौधरी के बीच मंगलवार को ट्वीटर पर जमकर वाद-विवाद हुआ। हालांकि बाद मेंं अशोक चौधरी ने इसके लिए माफी मांगी।
नीतीश कैबिनेट में शिक्षा मंत्री और बिहार कांग्रेस नेता अशोक चौधरी ने सुबह 11:29 मिनट पर स्मृति ईरानी को ट्वीट कर पूछा, ‘डियर स्मृति ईरानी जी, कभी राजनीति और भाषण से वक़्त मिले तो शिक्षा नीति की तरफ भी ध्यान दें।’ इस पर स्मृति ने पलटवार करते हुए लिखा, ‘महिलाओं को डियर कहकर कब से संबोधित करने लगे अशोक चौधरी जी?’
जवाब में अशोक चौधरी ने फिर लिखा,`अपमान नहीं सम्मान के तौर पर इस शब्द का इस्तेमाल किया और पेशेवर बातचीत की शुरुआत ‘डियर’ शब्द से ही होती है। स्मृति जी, मुद्दे को गोल-गोल घुमाने से अच्छा है कभी सही जवाब भी दे दिया करिए।”
अशोक चौधरी ने सफाई देने की कोशिश की, ‘इरादा अनादर का नहीं था बल्कि शिक्षित करने का है… प्रोफेशनल ईमेल डियर से शुरू होता है।’
उन्होंने जवाबी ट्वीट किया, ‘अशोक चौधरी बिहार संभवतः एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने शिक्षा नीति के लिए जमीनी स्तर पर कंसल्टेशन का काम नहीं किया है।’
इसके बाद अशोक चौधरी ने कहा, ‘स्मृति जी ने मोदी से बहुत कुछ सीखा है… झूठे वादे और कुछ न कर पाने की जिम्मेदारी दूसरों पर डाल देना… यह संघ की किताब का सबक नंबर एक है।’
इसके बाद ट्विटर पर हंगामे की सूरत बन गई। उन चिट्ठियों का हवाला दिया जाने लगा जिनमें मानव संसाधन विकास मंत्री को डियर कहकर संबोधित किया गया था।
चौधरी ने कहा, ‘मैं आपसे अपील करता हूं कि हमारी मीटिंग को पब्लिक कर दें… दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।’ स्मृति ने कहा, ‘अगर आपको सच में एजुकेशन पॉलिसी की चिंता है तो अपने बिजी शेड्यूल में से थोड़ा वक्त इसके लिए भी निकाल लीजिए।’