नई दिल्ली। भाजपा की आईटी सेल ने अभिनेता आमिर खान के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध कर स्नैपडील पर दबाव बनाने के लिए कैंपेन चलाया था। इस बात का खुलासा भाजपा की सोशल मीडिया टीम की पूर्व वालंटियर स्वाति चतुर्वेदी की एक किताब ‘आई एम ट्रॉल’ से हुआ है।
किताब में दावा किया गया है कि पिछले साल असहिष्णुता वाले बयान के बाद भाजपा के आईटी सेल ने आमिर खान के खिलाफ कैंपेन चलाया था, जिसके बाद उन्हें स्नैपडील के ब्रांड एंबैसडर पद से हटा दिया गया था। अरविंद गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए स्नैपडील पर दबाव बनाने के आदेश दिए थे।
वर्ष 2015 के रामनाथ गोयनका अवॉर्ड शो में अभिनेता आमिर खान ने असहिष्णुता पर बयान दिया था। आमिर ने कहा था कि कई घटनाओं ने उन्हें चिंतित किया है और उनकी पत्नी किरण राव ने यहां तक सुझाव दे दिया कि उन्हें संभवत देश छोड़ देना चाहिए।
आमिर ने कहा था कि एक व्यक्ति के तौर पर, एक नागरिक के रूप में इस देश के हिस्से के तौर पर हम समाचार पत्रों में पढ़ते हैं कि क्या हो रहा है, हम इसे समाचारों में देखते हैं और निश्चित तौर पर मैं चिंतित हुआ हूं। इस बयान के बाद सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक पर आमिर खान को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। उन्हें स्नैपडील और अतुल्य भारत के ब्रांड एंबैसडर पद से हटा दिया गया था।