गाजियाबाद। आखिरकार पुलिस ने स्नैपडील की इंजीनियर दीप्ति सरना के अपहरण की गुत्थी सुलझा ही दी। पुलिस ने खुलासा किया है कि दीप्ति का अपहरण एकतरफा प्यार का नतीजा था।
मालूम हो कि कविनगर की रहने वाली स्नैपडील की इंजीनियर दीप्ति सरना बुधवार रात कौशांबी मेट्रो स्टेशन के पास मेरठ रोड से लापता हो गई थी। गाजियाबाद से लापता होने के 36 घंटे बाद वह बीते शुक्रवार को घर लौटी। अपहरण की इस गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने पांच लोगों को अरेस्ट किया है। इस मामले पुलिस ओर अधिक खुलासा प्रेसवार्ता में करेगी।
दीप्ति का कहना था कि उसे चार लोग आॅटो में जरबन बिठा कर ले गए थे। इस घटना की तह तक जाने के लिए पुलिस जी जान से जुटी रही। पुलिस ने दीप्ति को सौ से अधिक ऑटो चालकों की तस्वीरें दिखाई। लेकिन इसमें किसी ऑटो चालक की पहचान नहीं हो पाई।
रविवार शाम को एसएसपी दीप्ति सरना को घटनास्थल पर ले गए और पूरे घटनाक्रम का डेमो किया। इसके लिए 45 मिनट में करीब 8 किलोमीटर तक पुलिस ने ठीक वैसे ही डेमो किया जैसा कि घटना वाले दिन हुआ था।
मेरठ रोड से लेकर मोरटी तक बुधवार रात की घटना की पुनरावृत्ति कराई गई। इस कवायद के बीच रविवार को भी दीप्ति मीडिया के सामने नहीं आई और उसके भाई ने बताया कि वह आराम कर रही है तथा पहले से बेहतर है।
सारे मामले को देख रहे एसएसपी धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि हम लोग इस घटना के खुलासा करने के बहुत करीब हैं और रविवार को घटनाक्रम का डेमो कराया गया है। इसके बाद कुछ और भी तथ्य निकल कर सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार तक इस मामले की तस्वीर साफ हो जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस वारदात में शामिल लोग पेशेवर बदमाश नहीं हैं।
दीप्ति ने घर लौटने के बाद बताया था कि जो लोग उसका अपहरण करके ले गए थे उन्होंने उसकी आंखों पर पट्टी बांध रखी थी इस कारण उसे रास्ते, स्थान व बदमाशों का पता नहीं चला। रविवार को एसएसपी ने कहा कि दीप्ति ने बाद में बताया कि राजनगर एक्सटेंशन से अगवा करने के बाद बदमाशों ने उसकी आंख पर पट्टी बांधी थी लेकिन बीच-बीच में खोल भी देते थे। इसके बाद पुलिस ने ऑटो चालकों की तस्वीरें दिखाईं।
पुलिस सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार सारा मामना एक तरपफा प्यार से जुडा हुआ है। अरेस्ट किए लोगों में एक युवक हरियाणा का है जो दीप्ति से प्यार करता था। इस युवक पर हरियाणा में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं तथा इस पर 20 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित था। यही युवक आॅटो चला था।
मीडिया रिपोर्टें की माने तो इस केस से जुडे सभी आरोपियों को पुलिस ने हरियाणा से ही काबू में किया है। सारी वारदात को अंजाम देने की योजना देवेंद्र नाम के एक पढे लिखे युवक ने बनाई। देवेंद्र को मानसिक रोगी है तथा उसने कहीं दीप्ति को कहीं जाते हुए देखा था और उसे उससे एकतरफा प्यार हो गया। यही वजह रही कि अपहरण करने के बाद भी उसने दीप्ति को सुरक्षित रखा। उसे लगा था कि अगवा करके वह अपने प्यार का इजहार करेगा और वह मान जाएगी। हालांकि दीप्ति को इस बात की जानकारी नहीं थी। पुलिस का दबाव बढता देख उसने दीप्ति को रिहा कर दिया।