मथुरा। थाना हाइवे क्षेत्र अंतर्गत एसओजी के सिपाही ने बीती रात अपनी सरकारी पिस्टल से स्वयं को गोली मार ली। बुधवार की सुबह मृतक के भाई ने सिपाही की दूसरी पत्नी एवं अन्य दो के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बीती रात थाना हाईवे क्षेत्र की मोतीकुंज कालोनी में स्वाट टीम के सिपाही उमेश कुमार यादव की हत्या के मामले में बुधवार सुबह मृतक के भाई विजयपाल पुत्र ऋषिपाल निवासी बोरेली थाना बसेड़ी जिला धौलपुर ने प्रार्थनापत्र में कहा है कि उसका भाई बीती रात स्वाट टीम कार्यालय से आ रहा था तभी हाईवे पर रास्ते में राजेश व शुभम ने रोककर परीक्षा देने जाने को लेकर चर्चा की।
बाद में जब उमेश ने कहा कि घर चलों वहीं बात करेंगे तो वे उनके साथ मोतीकुंज स्थित प्रेमचंद शर्मा के मकान पर आ गए। उमेश वहां किराये पर रहता है। ऊपर स्थित कमरे में जब वे गए तो वह स्वयं नीचे बैठा था। इसी दौरान कुछ वाद-विवाद की आवाज कानों में आई जिससे उमेश कह रहा था, कि मुझे छोड़ दो। बाद में गोली चली और उमेश की मौत हो गई। इस मामले में महिला अंजली व उसके दोनों भाई शुभम व राजेश को नामजद किया गया है।
इस घटना में नामजद दोनों युवकों को तत्काल कार्यवाही पर पकड़ लिया गया है। हालांकि पकड़े गए दोनों युवक कोतवाली क्षेत्र के हैं। मृतक उमेश स्वाट टीम में जाने से पूर्व कोतवाली में तैनात रहा है। थाना प्रभारी राजीव कुमार के अनुसार उमेश द्वारा पिस्टल से गोली से आत्महत्या करना बताया।
लेकिन घटना स्थल पर आए मृतक के भाई ने उमेश द्वारा आत्महत्या करने से इंकार करते हुए उसकी दूसरी पत्नी अंजलि सारस्वत व उसके दो साथी राजेश व शुभम पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई हैं जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
विदित हो कि एसओजी टीम में तैनात सिपाही उमेश सिंह मूल रूप से फतेहाबाद आगरा का रहने वाला था। वह मोजीकुन्ज में अपनी कथित दूसरी पत्नी अन्जलि के साथ रहता था। मंगलवार की रात करीब 11 बजे उमेश की संदिग्ध परिस्थितियों मे सरकारी पिस्टल से गोली चलनें से मौत हो गई थी।