जयपुर। सुनने में भले ही यह चैंकाने वाला लगे, लेकिन यह सच है कि राज्य में प्रायोगिक तौर अब बिना मिट्टी से खेती की जाएगी।
कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि उन्होंने अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान हाइड्रोफोनिक पद्धति से केवल पानी में उगाई जाने वाली फसलों को देखा।
उन्होंने बताया कि यह तकनीक राज्य के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है, इसलिए इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हाइड्रोफोनिक पद्धति से 5000 वर्ग मीटर के एक ग्लास हाउस में 40 से 50 लाख रूपये तक की पैदावार ली जा सकती है।
इस पद्धति में पानी में पोषक तत्वों को मिलाकर फसलें उगाई जाती हैं, दिलचस्प बात यह है कि इसमें मिट्टी का उपयोग नहीं किया जाता है
वाई-फाई सुविधा से जुड़ेगी मुहाना मंडी
कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले फल एवं सब्जी मंडी समिति, मुहाना को वाई फाई सुविधा से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने मुहाना मंडी प्रांगण में सोलर व एलईडी लाइट लगाने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने मंडी को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से मुहाना मंडी के प्रत्येक ब्लॉक में बड़ी कचरा संग्रहण पात्र लगाए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार के तहत प्रदेश की 10 मंडियों को जोड़ा जा चुका है और आगामी वित्तीय वर्ष में 15 मंडियों को और जोड़ दिया जाएगा।
रामगढ़ में फल सब्जी का यार्ड बनाए जाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि जमीन आवंटन के लिए जिला कलक्टर को इस सम्बंध में पत्र लिखा जा रहा है।