अजमेर। मैदनीय ज्योतिष शास्त्र की मैदनीय संहिता में वर्णन है कि चन्द्र ग्रहण के बाद सूर्य ग्रहण आता। चन्द्र ग्रहण पूर्णिमा को हो चुका है, अमावस्या को सूर्य ग्रहण होगा।
21 अगस्त 2017 को सूर्य ग्रहण होगा लेकिन वह भारत में दिखाई नहीं देगा। खग्रास सूर्य ग्रहण की अधिकतम स्थिति दो मिनट पैंतालीस सैकंड की रहेगी तथा भारतीय समयानुसार यह 21 बजकर 16 से 26 बजकर 34 मिनट के बीच अलग अलग समय पर खग्रास व खण्ड ग्रास सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
कनाडा, अलास्का, मैक्सिको, आईसलैंड, उतरी अमरीका, अटलांटिक महासागर, अफ्रीका व दक्षिणी अमरीकी के उत्तरी पश्चिमी भाग में स्थित कुछ नगरों में ही दिखाई देगा।
भारत में मान्य नहीं है। भू मडंलीय ग्रहण गणना के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक, स्नान ,दान पुण्य की मान्य नहीं है।
सौजन्य : भंवरलाल