सबगुरु न्यूज सिरोही। आंबेडकर सर्किल पर स्थित जैन संघ सिरोही के इडावा मैदान पर बुधवार सुबह कुछ लोगों ने जबरन कब्ज़ा कर लिया। कब्जे की सूचना मिलने पर जैन समाज के लोग मौके पर पहुंचे तथा पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत दी।
शिकायत पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तथा कब्जा करने वालों को वहां से खदेडा। कब्जे की घटना के विरोध में शाम को जैन समाज ने मौन जुलूस निकालकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा।
बतादें कि आंबेडकर सर्किल पर इडावा मैदान आया हुआ है। सिरोही जैन संघ के पदाधिकारी भारत मोदी के अनुसार 15 साल पहले नियमानुसार राशि भरकर समाज ने इसका भू उपयोग परिवर्तन करवाया था।
इस मैदान पर बुधवार सवेरे कुछ महिलाओं और पुरुषों ने कब्ज़ा कर लिया तथा अस्थायी तंबू तानकर ट्रैक्टर और बैलगाड़ी आदि रख दी। जैन समाज के लोगों को इसकी जानकारी मिली तो जैन संघ के स्थानीय पदाधिकारी और समाजबंधु वहां पर पहुंचे।
कब्ज़ा देखकर इन लोगों ने पुलिस अधीक्षक को जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक के कहने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तथा कब्जेधारियों से बात की। कब्जेधारियों ने जमीन पर हक़ होने का दावा किया।
इस पर पुलिस ने इन्हें डांटते हुए कहा कि कानूनन जमीन उनकी है तो रात को आकर कब्ज़ा करने की जरूरत कहां थी। पुलिस ने इन कब्जे धारियों को वहां से खदेड़ा।
इस हरकत के खिलाफ जैन समाज में रोष पैदा हुआ। दोपहर बाद समाज के लोगों ने आपात बैठक बुलाई। इसके बाद जैन वीसी से कलेक्टरी तक मौन जुलूस निकाला। उपखंड अधिकारी जिला कलेक्टर के नाम को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि छगन माली, प्रवीण माली और भूराराम माली आदि ने जैन समाज की इडावा मैदान स्थित जमीन पर अनाधिकृत प्रवेश कर कब्ज़ा कर लिया। जैन समाज के अनुरोध पर पुलिस वहां पहुंची। उन्होंने कब्जेधारियों समेत जैन समाज के लोगों को भी बाहर निकाल दिया।
पुलिस ने जैन समाज की और से इडावा मैदान की दीवार ऊंची करवाने का काम भी रुकवा दिया। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के सचिव निरंजन शाह और समाज के तिलकायत कमलेश चौधरी का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन देकर इडावा में कब्ज़ा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने कई मांग की है।
समाज ने पुलिस की और से इडावा की चार दीवारी को ऊंचा करवाने के रुकवाए गए काम को भी शुरू करवाने की मांग की है। इस दौरान एडवोकेट सुरेश सुराणा, मुकेश मोदी, महावीर जैन, योगेश बोबावत समेत जैन समाज के कई प्रतिनिधि मौजूद थे।