गांधीनगर। एक बड़ी गड़बड़ी के तहत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मीडिया समन्वयक ने बुधवार को प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर के रजिस्टर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नाम के सामने ‘गैर हिंदू’ लिखा, जिससे भाजपा को यह दिखाने का सबूत मिल गया कि राहुल गांधी ‘हिंदू नहीं’ हैं।
राहुल गांधी के मीडिया समन्वयक मनोज त्यागी ने बाद में स्पष्टीकरण दिया कि उन्होंने रजिस्टर में कांग्रेस नेता का सिर्फ नाम पूरे प्रतिनिधिमंडल को लेकर दर्ज किया था, जिसमें सुरक्षाकर्मी व मीडिया कर्मी शामिल थे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को चुनावी राज्य गुजरात पहुंचे हैं। उन्होंने सौराष्ट्र इलाके में अपना चुनाव प्रचार करने से पहले मंदिर में दर्शन किया था।
गांधी के मंदिर दौरे से पहले मनोज त्यागी ने अहमद पटेल के लिए गैर हिंदू की एक प्रविष्टि रजिस्टर में दर्ज की थी। अहमद पटेल को राहुल गांधी के साथ मंदिर में जाना था और राहुल गांधी का नाम रजिस्टर में लिख दिया।
भारतीय जनता पार्टी ने इस भारी भूल को एक मुद्दा बनाने की कोशिश की। इस अवसर का लाभ भाजपा ने राहुल गांधी को किनारे लगाने के लिए उठाया।
भगवा पार्टी राहुल गांधी के नरम हिंदुत्व की राह को लेकर चिंतित है, जिस पर राहुल राज्य में अपने दौरे में चलते दिख रहे हैं। चुनावी राज्य में इसे एक सफल रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राहुल गांधी को एक हिंदू के तौर पर दिखाने की कोशिश की, लेकिन तथ्य यह है कि वह हिंदू नहीं हैं।
सौराष्ट्र क्षेत्र के भाजपा प्रवक्ता राजू ध्रुव ने कहा कि राहुल गांधी ने अक्टूबर से 20 से ज्यादा हिंदू देवी-देवताओं के मंदिरों का दौरा किया है। कांग्रेस झूठ बोल रही है। दाखिल की गई प्रविष्टि दिखाती है कि वह हिंदू नहीं हैं।
मनोज त्यागी ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि उन्होंने मंदिर में मीडियाकर्मियों को अंदर ले जाने के लिए गांधी का नाम दाखिल किया था। यह राहुल गांधी या अहमद पटेल की तरफ से नहीं था। इसे बाद में जोड़ दिया गया होगा।