नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस ने कापासेहड़ा में कार में मिली 65 वर्षीय बुजुर्ग की लाश हत्याकांड मामले की गुत्थी सुलझाते हुए कलयुगी बेटे को गिरफ्तार कर किया है।
आरोपी की पहचान अभिनव वाबेजा (38) के रुप में हुई है, जो कि एक पब्लिकेशन हाउस में मैनेजर है।
पुलिस उपाध्क्ष आर.ए संजीव के मुताबिक गुरुवार को साढ़े नौ बजे कृपा फार्म, कापासेहड़ा के पास एक कार जलने की सूचना मिली थी। इसके बाद जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो कार के अंदर एक जली हुई लाश भी मिली थी।
जिसके बाद पुलिस ने कार के चेसिस नंबर के आधार उसके मालिक का पता लगाना शुरु किया। जिसके बाद मृत व्यक्ति की पहचान कीर्तिनगर के सुभाष बावेजा के तौर पर हुई।
मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक के बेट अभिनव की उनसे संप्पति को लेकर अक्सर विवाद होता रहता था। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। इसके बाद पुलिस टीम ने कीर्तिनगर से अभिनव को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि वह अपना खुद का बिजनेस स्थापित करना चाहता था। जिसके लिए उसे काफी रुपयों की जरुरत थी। इस संबंध में वो अपने पिता से संपत्ति उसके नाम करने के लिए कहता था ताकि वह उसे बेच कर रुपये इक्कठा कर सके।
हालांकि उसके पिता इस बात के सख्त खिलाफ थे और बार-बार उनकी इंकार सुनकर उसने 27 मई हुए आखिरी बहस के दौरान गुस्से में घर के ही अंदर बेसबॉल बैट से हमला कर दिया और गला घोंटकर हत्या कर दी।
इसके बाद उसने लाश को बाद चादर में लपेटकर इस्टीम कार डीएल-4 सीजी-6666 में डाला और लाश ठीकाने लगाने के लिए गुड़गांव के लिए निकला। लेकिन रास्ता जाम देख उसने जल्दबाजी में कार कापहसहेड़ा इलाके की सूनसान जगह पर खड़ी कर नबंर प्लेट तोड़ दी और सारे सबूत मिटाने के बाद कार को लाश सहित आग के हवाले कर दिया।