झांसी। जिसने जन्म दिया उसी मां का गला उसी के बेटे ने तलवार से काट दिया। कातिल के हाथ इस कृत्य को अंजाम देने के लिए एक पल के लिए भी नहीं कांपे। इतना ही नहीं उसकी जुर्रत तो देखिए कि मां को ठिकाने लगाने के बाद वह भाग गया।
घर पहुंचे मृतका के दामाद ने पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को वहां का मंजर देख ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा जिससे स्पष्ट हो सके कि किसी अज्ञात के द्वारा उसकी हत्या की गई हो। बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस छानबीन में जुटी तो एक के बाद एक कई परतें उखड़ीं और कानून के हाथ कातिल के गिरेबां तक जा पहुंचे। बिगड़ैल बेटे की इस करतूत पर पूरे गांव में उसकी थू-थू हुई।
मोंठ थाना क्षेत्र के ग्राम रेव निवासी सत्तर वर्षीय श्रीमती हरकुंवर अपने पति घमंडी की मौत के बाद वर्षों से अपने एकलौते पुत्र आनंद के साथ रहती थी। पति की मौत के बाद उसकी तेइस बीघा जमीन की देखभाल उसका बेटा करता था तथा पर्वत व हरकुंवर का ख्याल उसका दामाद पर्वत करता था।
पर्वत के अनुसार आनंद शराब का आदी था तथा नशे की लत में वह अपनी 23 बीघा जमीन को दीमक की तरह चट कर गया था। धीरे-धीरे तेईस बीघा से हरकुंवर के पास तीन बीघा ही जमीन शेष रह गई थी। वह भी ऐसे कि मां ने अपने बिगड़ैल बेटे की हरकतों को भांप लिया था और बची हुई जमीन को अपनी बहू के नाम कर दिया था।
आलम ये हो चुका था कि पर्वत के पास शराब पीने के लिए रुपए तक नहीं थे। इसके लिए वह तीन बीघा जमीन को अपने नाम कराने की धमकी देता था। इस कारण रोजाना घर में कलह होती थी। बीती रात भी ऐसा ही हुआ।
शराब के नशे में आनंद घर पहुंचा और मां से झगड़ा करने लगा। इसके बाद क्या हुआ? इससे सभी अंजान थे। आनंद ने रात के वक्त वह घिनौना काम किया जिसे कोई भी बेटा अंजाम नहीं दे सकता। आनंद ने अपनी मां के आंचल को कलंकित कर दिया और एक जमीन के टुकड़े की खातिर मां की तलवार से गला रेत दिया। इस कृत्य को अंजाम देने के बाद भी हत्यारे को कोई संकोच या पश्चाताप नहीं था।
इधर, पर्वत अपनी सास को देखने के लिए उसके घर पहुंचा तो उसका शव घर में खून में लथपथ मिला। उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। दूसरी ओर सूचना पाते ही सीओ मोंठ, सीओ सदर व अन्य अधिकारी भी आ गए। घटना स्थल से मिले साक्ष्यों को फॉरेंसिक टीम ने एकत्र किया और पुलिस पर्वत को अपने साथ लेकर थाने आ गई।
पर्वत की सूचना पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ उसकी मां हरकुवंर की हत्या का मुकदमा धारा 302 व 201 के तहत दर्ज कर लिया गया था। मगर पुलिस को घटनास्थल से ऐसा कोई सुराग नहीं मिल रहा था जिससे स्पष्ट हो कि उसकी मां कि किसी दूसरे ने हत्या की हो। बार-बार पुलिस की शक की सुई उसके बेटे के इर्दगिर्द ही घूम रही थी।
इधर, आस-पड़ोस वालों ने भी बेटे की करतूतों पर से पर्दा हटाया। पुलिस को अब साफ हो गया था कि हो न हो आनंद ने ही कत्ल किया है। पर हत्या का कारण स्पष्ट न होने पर पुलिस उसके गिरेबां पर हाथ नहीं डाल रही थी। साथ ही पर्वत ने बताया कि घटना के कुछ दिन पूर्व ही उसकी पत्नी अपने दो मासूम बच्चों को लेकर मायके चली गई।
पुलिस ने घटना स्थल से जो सबूत एकत्र किए हैं, उनसे प्रथम दृष्टया हत्या का संदेह उसके पुत्र आनंद पर ही जा रहा है। पुलिस ने उसकी तलाश कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने पर आनंद ने अपनी मां की हत्या किए जाने की बात कबूल ली।
एसएसपी ने इस पूरे मामले का खुलासा किया तथा हत्यारोपी को मय आलाकत्ल के गिरफ्तार करने वाली टीम पुलिस क्षेत्राधिकारी मोंठ अमित कुमार व प्रभारी निरीक्षक मोंठ जय सिंह यादव एवं उनके साथियों को पांच हजार रुपए के नगद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की गई है।