मुंबई। पाकिस्तान में ‘नीरजा’ के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। फिल्म 1986 में पैन एम एयरलाइन की फ्लाइट 73 को कराची में हाइजैक करने की सच्ची घटना पर आधारित है। पाकिस्तान का आरोप है कि फिल्म में उसकी खराब छवि पेश की गई है।
पाकिस्तान के कुछ अखबारों में ‘नीरजा’ के विज्ञापन से पता चला था कि फिल्म 19 फरवरी को पाकिस्तान के कई सिनेप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन सिनेमा में दिखाई जानी थी। बाद में फिल्म आयात करने के लिए अधिकृत वाणिज्य मंत्रालय ने फैसला बदल दिया।
आईएमजीसी इंटरटेन्मेंट के एक अधिकारी ने बताया, मंत्रालय ने फिल्म आयात करने और उसे पाकिस्तानी सीमाक्षेत्र में लाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया था लेकिन बाद में एनओसी वापस ले लिया। उन्होंने कहा, फिल्म को हमारे पास सेंसरशिप के लिए कभी नहीं लाया गया।
उन्होंने कहा कि वाणिज्य और सूचना मंत्रालय ने पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्यूलेशन ऑथॉरिटी (प्रेमा) से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि देश में कहीं भी केबल नेटवर्क पर ‘नीरजा’ का प्रसारण ना हो।
राम माधवानी निर्देशित नीरजा मुंबई-न्यूयॉर्क की उड़ान में फ्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोट के इर्द गिर्द घूमती है। हाइजैक के दौरान 359 यात्रियों की जान बचाने का प्रयास करने वाली नीरजा की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष मबशेर हसन का कहना है कि फिल्म को आयात नहीं करने का फैसला सूचना एवं वाणिज्य मंत्रालय ने लिया है। आईएमजीसी के कार्यकारी निदेशक आबिद राशिद ने स्वीकार किया कि ‘नीरजा’ में कुछ पाकिस्तान-विरोधी तत्व हैं और मुसलमानों की नकारात्मक छवि पेश करता है।
उन्होंने अंदाजा लगाया, संभवत: यह स्थानीय दर्शकों को रास नहीं आता। पाकिस्तान ने इससे पहले ‘हैदर’, ‘एक था टाइगर’ और ‘फैंटम’ जैसी फिल्मों पर भी प्रतिबंध लगाया है।