नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सेानिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा आप नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर जमकर प्रहार किया।
मोदी को देश की जनता से झूठा वादा करने वाला तो केजरीवाल को धरना देने वाला बताया । कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यो की खुलकर प्रशंसा की।
दिल्ली के बदरपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव में जो वादे किये थे वे सब खोखले साबित हो रहें हैं । काला धन वापस लाने के मुद्दे पर भी सोनिया ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछे । उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले मोदी जी ने सौ दिन के अन्दर काला धन स्वदेश लाने और प्रत्येक नागरिक को 15-15 लाख रूपया देने का वाद किया था । आज तक किसी को एक पैसा नहीं मिला । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महंगाई कम करने की बात की थी पर महंगाई कम नहीं हुई ।
सोनिया गांधी ने केजरीवाल को कुर्सी छोडकर भागने वाले व्यक्ति बताया । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली में उनको एक अच्छी सरकार चलाने के लिए समर्थन दिया था लेकिन नतीजा कुछ और निकला । जिनको हमने समर्थन दिया, वे डेढ़ महीने भी सरकार नहीं चला पाए, जिम्मेदारी छोड़कर चले गए । कांग्रेस अध्यक्ष ने आप पर दिखावे की राजनीति करने का आरोप लगाया । आप को धरनावाली पार्टी बताते हुए कहा कि इससे सतर्क रहने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि देश नारों से नहीं चलता, भावना से आगे बढ़ता है ।
केन्द्र की संप्रग की सरकार की प्रशंसा करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि संप्रग सरकार ने जनहित में कई क्रांतिकारी कदम उठाए थे । खाद्य सुरक्षा कानून इसमें से एक था । अब मोदी की सरकार इसमें बदलाव करने की तैयारी में है, जिससे कई लोग वंचित हो जायेंगे । उन्होंने कहा कि आज किसानों को उपज की सही कीमत नहीं मिल रही इतना ही नहीं अध्यादेश द्वारा किसी की भी जमीन अधिग्रहीत करने का रास्ता खोल दिया गया है ।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल की जमकर तारीफ की । दिल्ली में 15 साल के दौरान कांग्रेस ने चौड़ी सड़कें, फ्लाईओवर, मेट्रो की सुविधा, सीएनजी, 24 घंटे बिजली, हजारों किलोमीटर लंबी पाइपलाइनें और झुग्गीवालों को पक्के मकान दिए । मनमोहन सिंह की नेतृत्व वाली संप्रग की सरकार में कई ऐतिहासिक और क्रांतिकारी कदम उठाए गए थे ।